लंदन। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवां मैच हारने के बाद अपनी टीम का बचाव करते हुए कहा कि मेहमान टीम ने सीरीज में स्पर्धात्मक क्रिकेट खेला और आखिरी मैच में लोकेश राहुत तथा रिषभ पंत की साहसिक पारियों की भी प्रशंसा की।
भारत को पांचवें और आखिरी टेस्ट में इंग्लैंड से 118 रन से हार झेलनी पड़ी और इसी के साथ उसका इंग्लैंड दौरा 1-4 की टेस्ट सीरीज हार के साथ समाप्त हो गया। हालांकि जहां इस सीरीज में भारतीय टीम ने कई बार भारी गलतियां कीं और हाथ आये मौके गंवाये वहीं कप्तान ने टीम का साफतौर पर बचाव किया है।
ओवल मैदान पर खेले गये पांचवें मैच में 464 रन के बड़े लक्ष्य के सामने भारत की दूसरी पारी में केवल राहुल और पंत ही पिच पर टिके रहे और भारत की उम्मीदों को आखिरी ओवर तक बनाये रखा। राहुल ने 149 रन और पंत ने 114 रन बनाये, लेकिन भारत अपनी हार नहीं टाल सका। मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में विराट ने दोनों बल्लेबाजों की तारीफ करते हुये कहा, दोनों युवा खिलाड़यिों ने बड़े मंच पर बेहतरीन जज्बा दिखाया। तीन अहम विकेट गिरने के बाद उनकी पारी साहसिक थी।
कप्तान ने इस सीरीज को टेस्ट क्रिकेट का बेहतरीन उदाहरण बताते हुये कहा, भले ही हमने 1-4 से सीरीज गंवाई है लेकिन यह सच है कि हमने पूरे जज्बे के साथ खेला था। पंत और राहुल ने ने भी यह दिखा दिया कि यह हमारे लिये कितना मायने रखती है। यह सीरीज टेस्ट क्रिकेट के फिर से नये सिरे से खड़े होने का उदाहरण है।