इंदौर। रणजी ट्रॉफी में तीसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले मध्यप्रदेश रणजी टीम के कप्तान देवेंद्रसिंह बुंदेला ने संन्यास ले लिया। शनिवार को एक पत्रकारवार्ता में इसकी जानकारी देते हुए उन्होनें बताया, पिछले 25 सालों में उन्होनें सिर्फ जेंटलमेन गेम खेला। उनके लिए ये जीवन का सर्वाधिक रोमांच और परिवार के सहयोग से बीतने वाला सुनहरा पल था।
भावुक होते हुए उन्होने कहा, किक्रेट से जुड़ी अनगिनत यादें हैं जो उनके साथ सदा रहेंगी। बुंदेला ने कहा, जब हम मैदान पर होते हैं तो फील्ड हमें जीवन के वे अनुभव सिखाती है जो हमें एक आॅफ फील्ड इंसान बनाते हैं। ये जीवन का अनुभव मेरे सदा काम आया। क्रिकेट अनुभवों को शेयर करते हुए उन्होनें कहा, मुझे मेरे किक्रेट जीवन में स्टीव वाघ, इमरान खान, इयान बाथम व विवियन रिचर्डस् के साथ खेलने का अवसर मिला जिनसे मेंने बहुत कुछ सीखा। उन्होनें एक सीख देते हुए कहा सफलता वो नहीं जो हम या आप देखते हैं या परिभाषित करते हैं।
सफलता वो है जो असफलता के बाद मिलती है और व्यक्ति को परिभाषित करती है। रिटायर होने के पल में उन्होने अबतक के किक्रेट को अलविदा कहते हुए परिजनों, दोस्तों, सीनीयर कोच, मेंटर्स, सहित सभी का धन्यवाद भी दिया। साथ ही माधवराव सिंधिया व संजय जगदाले का नाम लेते हुए उन्होनें सभी को धन्यवाद भी दिया। दबंग दुनिया से बातचीत के दौरान बुंदेला ने कहा भले ही वे किक्रेट को अलविदा कह रहे हैं लेकिन आज भी वे अपने अनुभव उसी मानवता, इमानदारी और जज्बे के साथ नवागत क्रिकेटर्स को देंगे।
देवेंद्र बुंदेला एक नजर में
9201 रन अबतक रनजी ट्रॉफी में
24 शतक रणजी ट्रॉफी में
145 मैच खेले अबतक रणजी ट्रॉफी में
164 मैच खेले अबतक फर्स्टक्लास क्रिकेट
58 विकेट लिए