नई दिल्ली। एक समय क्रिकेट की सबसे चर्चित रही सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की जोड़ी रिश्तों में आई खटास से उबरते हुए एक नई शुरुआत करती दिख रही है। इसका नजारा बुधवार को शिवाजी पार्क में खेले गए मुबंई टी-20 लीग के दौरान दिखा, जब मेडल लेने के लिए पहुंचे कांबली ने सचिन के पैर छूने के लिए झुके और हैरान सचिन ने उन्हें गले लगा लिया।
फाइनल में हारी शिवाजी
बुधवार को खेले गए पहले टी-20 लीग के फाइनल में विनोद कांबली द्वारा मेंटर की गई टीम शिवाजी पार्क लायंस को नाइट्स मुंबई नॉर्थ ईस्ट के हाथों तीन रन से हार का सामना करना पड़ा।
...और लगा लिया गले
अवॉर्ड समारोह में महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर मौजूद थे। जब कांबली गावस्कर के हाथों उपविजेता मेडल लेने के लिए पहुंचे तो वह पहले सचिन के पास रुके और सम्मान दिखाते हुए उनके पैर छूने के लिए झुके। कांबली के इस भावनात्मक कदम से हैरान सचिन ने अपने पुराने दोस्त कांबली को गले लगा लिया। ये देखकर गावस्कर ने मेडल सचिन को सौंप दिया और उन्हें ही कांबली को सम्मानित करने के लिए कहा। इसके बाद सचिन ने ही मेडल सौंपकर कांबली को सम्मानित किया।
साथ में खेला क्रिकेट
सचिन और कांबली स्कूल जमाने से ही साथ में क्रिकेट खेले और उनकी दोस्ती के किस्से काफी चर्चित रहे हैं। 1987 में इन दोनों ने स्कूल क्रिकेट में 664 रन की रिकॉर्ड साझेदारी करते हुए तहलका मचा दिया था। इसके बाद कुछ सालों तक इंटरनेशनल क्रिकेट में भी ये दोनों साथ में खेले।
बुरे वक्त में की थी मदद
लेकिन बाद में जहां सचिन लगातार कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते हुए क्रिकेट के भगवान कहलाए तो वहीं कांबली टीम में अपनी जगह भी नहीं बचा सके। आठ साल पहले इन दोनों की दोस्ती में उस समय दरार आ गई जब एक इंटरव्यू में कांबली ने कहा कि सचिन ने बुरे वक्त में उनकी मदद नहीं की थी।