नई दिल्ली। भारत में 4जी इंटरनेट की क्रांति के बाद मोबाइल फोन पर क्रिकेट की आॅनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग को देखने का चलन काफी बढ़ गया है। बावजूद इसके कि आॅनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग का प्रसारण टेलीविजन प्रसारण पांच मिनट देरी से शुरू होता है। लेकिन अब भारत में खेले जाने वाले इंटरनेशनल क्रिकेट मुकाबलों में ऐसा नहीं होगा।
बीसीसीआई ने अगले पांच साल के लिए भारतीय क्रिकेट के टेलीकास्ट राइट्स की नीलामी के लिए आॅनलाइन और टेलीविजन प्रसारण के बीच पांच मिनट के फासले की यह दीवार हटा दी है। यानी अगले पांच सालों के लिए भारत में क्रिकेट मैचों का प्रसारण टेलीविजन और आॅनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग साथ-साथ होगी।
महिला क्रिकेट के प्रसारण का भी हुआ इंतजाम
नीलामी की तारीख बढ़ाने का साथ-साथ बोर्ड ने स्टार स्पोर्ट्स के साथ अपने कॉन्ट्रैक्ट को 15 दिन आगे बढ़ा दिया गया है ताकि इस दौरान होने वाले महिला क्रिकेट के मुकाबलों का सीधा प्रसारण किया जा सके। दरअसल स्टार स्पोर्ट्स के साथ बोर्ड का करार 31 मार्च तक का ही था। 6 अप्रेल से 12 अप्रेल तक नागपुर में भारत और इंग्लैंड की महिला टीमों के बीच तीन वनडे मुकाबले खेले जाने हैं। बोर्ड को अंदाजा है कि किसी भी नए ब्रॉडकास्टर के लिए इतनी जल्दी इन मुकाबलों के प्रसारण का इंतजाम करना मुश्किल काम होगा लिहाजा स्टार स्पोर्ट्स के साथ 15 अप्रेल तक कॉन्ट्रैक्ट बढ़ा दिया गया है। अब महिलाओं के इन तीन मुकाबलों का टेलीकास्ट स्टार स्पोर्ट्स पर ही होगा।
बीसीसीआई का मास्टर स्ट्रोक
बोर्ड के इस फैसले से दर्शकों की बल्ले-बल्ले तो होगी ही साथ बीसीसीआई का यह एक ऐसा मास्टर स्ट्रोक है जिससे उसकी तिजोरी में भी भारी इजाफा हो सकता है। एक मुकाबले के टेलीविजन राइट की कीमत 33 करोड़ जबकि डिजिटल राइट की कीमत सात करोड़ रखी गई है। वहीं टेलीविजन राइट्स की दावेदार, स्टार स्पोर्ट्स और सोनी पिक्चर नेटवर्क्स जैसी कंपनियों के लिए यह मुफीद हालात नही हैं।
हांलकि बोर्ड का तर्क है कि टेलीकास्ट राइट्स से अधिकतम रवेन्यू हासिल करने के लिए यह कदम उठाया गया है। डिजिटल टेलीकास्ट के राइट्स हासिल करने के लिए फेसबुक एमेजॉन प्राइम, रिलायंस जियो और एयरटेल ने दावेदारी पेश की है लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाली एंट्री गूगल की है।