दुबई। अभी कुछ वक्त पहले की ही बात थी जब आईसीसी में बीसीसीआई की तूती बोलती थी लेकिन अब दुनिया की सबसे धनी बोर्ड यानी बीसीसीआई को आईसीसी में अपनी बात रखने के लिए टकराव करना पड़ता है। आईसीसी और बीसीसीआई के बीच टकराव की ताजा वजह बन गई है चैंपियंस सट्रॉफी।वनडे फॉर्मेट में हर चार साल बाद होने वाली इस नॉकआउट चैंपियनशिप को मिनी वर्ल्ड कप भी कहा जाता है।
खबर है कि 2021 में भारत में आयोजित होने वाले इस टूमार्नेंट को आसीसी अब 50-50 ओवर की बजाय टी20 में तब्दील करना चाहती है जिसपर बीसीसीआई में तगड़ा एतराज जताया है। फरवरी में हुई आईसीसी की मीटिंग जब इस सिलसिले में चर्चा हुई तो बोर्ड के अधिकारियों का कहना था कि चैंपियंस ट्रॉफी बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया की सोच थी।
2021 में जगमोहन डालमिया के इंतकाल को पांच साल हो जाएगें ऐसें में बोर्ड उनके ख्वाब यानी चैंपियंस ट्रॉफी के फॉर्मेट में किसी भी बदलाव को मंजूर नहीं कर सकती है।वहीं दूसरी ओर भारत में सरकार आईसीसी के किसी भी इवेंट के लिए टैक्स में छूट देने को राजी नहीं है लिहाजा ऐसी सूरत में आईसीसी इसी टाइम जोन में किसी दूसरे देश में में इस टूनार्मेंट के आयोजन की संभावना भी तलाश रहा है।