नई दिल्ली। त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में दिनेश कार्तिक ने सिर्फ 8 गेंदों में नाबाद 29 रन का पारी खेलकर टीम इंडिया को निदास ट्रॉफी का चैंपियन बना दिया। दिनेश कार्तिक के पास खुद को साबित करने का मौका था, खुद के दम पर जीत दिलाने की तमन्ना थी और कार्तिक के लिए रविवार को त्रिकोणीय टी-20 सीरीज के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ वो मौका आ ही गया।
एक समय हार की दहलीज पर खड़ी भारतीय टीम को दिनेश कार्तिक ने आठ गेंद में नाबाद 29 रन की पारी खेलकर टीम इंडिया ही नहीं प्रेमदासा स्टेडियम में मौजूद श्रीलंका टीम के प्रशंसकों को भी खुशी दे दी।जब से कार्तिक की टीम इंडिया में वापसी हुई हैन तभी से उनके खेल में बहुत ही परिपक्वता देखने को मिली हैै। बैटिंग में ज्यादा आत्मविश्वास नजर आया है। लेकिन अगर ऐसा हुआ, तो उसके पीछे हाथ रहा उनके खास दोस्त और भारत के लिए तीन वनडे मैच खेल चुके मुंबई के खिलाड़ी अभिषेक नायर का।
दरअसल साल 2016 आइपीएल से पहले दिनेश कार्तिक खराब फॉर्म से जुझ रहे थे। वो काफी निराश भी थे, क्योंकि आइपीएल की नीलामी में उनकी कीमत 9 करोड़ से सीधे 2 करोड़ पर आ गई थी। इसी दौरान कार्तिक ने अपने दोस्त अभिषेक नायर की मदद ली। चेन्नई में एक शानदार बंगले में रहने वाले कार्तिक को नायर ने एक बहुत ही छोटे से मकान में रुकवाया था। मकान इतना छोटा था कि कब शुरू होता है और कब खत्म, किसी को समझ में नहीं आता था। बाथरूम में शावर कभी काम करता तो कभी खराब हो जाता, बाल्टी और मग भी टूटे हुए थे। इतना ही नहीं कार्तिक खुद इस कमरे की साफ सफाई के लिए जिम्मेदार थे।
नायर ने इस कमरे के बारे में बात करते हुए कहा कि, कार्तिक के लिए यह एक टॉर्चर रूम जैसा था। उसे आरामदायक जिंदगी जीने की आदत थी। चेन्नई में वह बंगले में रहता था, लेकिन जब वह मेरे पास आया तब मैं उसे ऐसे जोन में लेकर जाना चाहता था, जिससे वह अनजान था। कार्तिक के लिए उस छोटे से कमरे में रहना काफी मुश्किल था और वह कई बार मेरे ऊपर गुस्सा भी करता था। एक बार उसने मुझसे आग्रह किया कि मैं उसे होटल के कमरे में रहने दूं, लेकिन मैंने उसकी बात नहीं सुनी। अभिषेक नायर ने कार्तिक को उनके कंफर्ट जोन से निकालने के लिए अति दर्द भरा ट्रेनिंग शेड्यूल तैयार किया। वास्तव में पांच सितारा होटल में रहने वाले दिनेश कार्तिक के लिए किसी टॉर्चर से कम नहीं था, लेकिन इस 'टॉर्चर' ने दिनेश कार्तिक का कायापलट कर दिया।
जब जमीन पर था कार्तिक का आत्मविश्वास
उस समय कार्तिक का आत्मविश्वास बिल्कुल जमीन पर था। उनकी आइपीएल कीमत नौ से 2 करोड़ पर आ चुकी थी। गुजरात लॉयन्स ने उनकी मूल कीमत दो करोड़ रुपये में खरीदा था। उनके रणजी ट्रॉफी सेशन बहुत खराब गुजर रहे थे। ऐसे में दिनेश कार्तिक ने खुद को संभालने ने लिए उस अभिषेक नायर का सहारा लिया, जिन्होंने कभी रोहित शर्मा के लिए सख्त शेड्यूल तैयार किया था। कार्तिक खराब हालात से उबरने को निजी कोचिंग के लिए प्रवीण आमरे के पास मुंबई गए। यहां से उनका और अभिषेक नायर की दोस्ती का रिश्ता और गहरा होता चला गया।
फॉर्म में लौट आए कार्तिक
इसका असर यह हुआ कि दिनेश कार्तिक ने अगले घरेलू सीजन में 14 पारियों में 50 से ज्यादा औसत से 704 रन बनाए। 9 घरेलू वनडे में 118 के औसत से 607 रन बनाए। साल 2017 आइपीएल खत्म होते-होते कार्तिक फॉर्म को पकड़ चुके थे। नतीजा यह हुआ कि दिनेश कार्तिक फिर से ट्रेनिंग के लिए अभिषेक नायर के पास पहुंचे, लेकिन यह ट्रेनिंग बेंगलुरु और चेन्नई में हुई।
निदास टी 20 ट्राफी से पहले और इस सीरीज के दौरान भी कार्तिक की बैटिंग में यह कॉन्फिडेंस साफ नजर आया। फाइनल में तो कार्तिक ने कमाल ही कर दिया। मैच की आखिरी 12 गेंद बची थी और भारत को जीत के लिए अभी भी 34 रनों की दरकार थी और भारत के पांच विकेट गिर चुके थे। इसके बाद कार्तिक ने आखिरी के दो ओवरों में विस्फोटक पारी खेलते हुए बांग्लादेश को नागिन डांस करने से महरूम कर दिया।