मुंबई। दुनिया के फिट क्रिकेटरों में से एक भारतीय कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया कि अब समय आ गया है जब वह अपने शरीर की जरूरत को समझे और अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए कार्यभार का प्रबंधन करें। कोहली को श्रीलंका में चल रही त्रिकोणीय ट्वेंटी-20 सीरीज के लिये आराम दिया गया है।
कोहली ने यहां घड़ी के प्रोमोशनल कार्यक्रम के मौके पर कहा, शारीरिक रूप से कुछ हल्की फुल्की चोट हैं, मैं इनसे उबर रहा हूं। वर्कलोड ने थोड़ा असर दिखाना शुरू कर दिया है। अब मुझे ज्यादा सतर्क होना होगा कि मैं अपने शरीर, दिमाग और क्रिकेट के साथ कैसे आगे बढ़ूं। उन्होंने कहा कि ब्रेक उन्हें नयी चुनौतियों के लिये तैयार होने के लिये उबरने में मदद कर रहा है जिसकी शुरूआत आईपीएल से होगी। कोहली ने कहा, आगे बढ़ने के लिये इस तरह का समय काफी अहम है। मैं इसका लुत्फ उठा रहा हूं। मुझे किसी भी चीज की कमी नहीं खल रही है क्योंकि मेरे शरीर को वाकई इसकी जरूरत थी।
हालांकि मैं मैचों पर नजर लगाए हूं। लेकिन मैं इस समय मैच नहीं देख रहा हूं और ऐसा नहीं लग रहा है कि मुझे मैदान पर होना चाहिए था क्योंकि मैंने अपने शरीर की जरूरत को महसूस करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, और जब यह समय पूरा हो जाएगा तो निश्चित रूप से आईपीएल में मैं और ज्यादा तरोताजा हो जाऊंगा। मैं मैदान में ज्यादा सतर्क रहूंगा।
मैं लगातार लंबे समय से खेल रहा हूं। मैंने शायद ही किसी मैच को मिस किया हो। लेकिन आपको अपने शरीर का सम्मान करना होता है और मेरे लिये यह दौर बहुत ही महत्वपूर्ण है। कोहली ने कहा, मैं घंटों तक बैठा रह सकता हूं और घंटो तक ऐसे ही रह सकता हूं। मैं मैदान में जो ऊर्जा दिखाता हूं, घर पर इसके विपरीत हो जाता हूं क्योंकि जब मैं घर पर होता हूं तो मैं बिलकुल भी हिलता नहीं, बैठा रहता हूं।
कोहली का सभी प्रारूपों में खेलना सुनिश्चित है तो इसी को देखते हुए वह उन पांच क्रिकेटरों में से एक हैं, जिन्हें बीसीसीआई ने ए प्लस का केंद्रीय अनुबंध दिया है। कोहली को महान टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर काफी प्रिय हैं, उन्होंने कहा, रोजर फेडरर मेरे पसंदीदा खिलाड़ी हैं। वह कितनी खूबसूरती से खेलते हैं। उनका परिवार है, प्राथमिकतायें तय है, वह लोगों की राय और आलोचनाओं की चिंता किये बगैर खेल से समय निकालते हैं और सारे तर्कों को नकारते हुए वह 36 साल की उम्र में ग्रैंडस्लैम जीतते हैं, मुझे उनकी यही चीज लुभाती है।