ब्रिजटाउन। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में वसीम राजा (117) के नाबाद शतक की बदौलत 435 रन बनाए। जवाब में वेस्टइंडीज की टीम ने कप्तान क्लाइव लॉयड के 157 रनों की मदद से 421 रन बना दिए। आखिर जब दूसरी पारी में पाकिस्तान टीम खेलने उतरी तो वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की सूरते हाल ही बदल नजर आई।
दरअसल दौरे पर कमजोर मानी जा रही पाकिस्तान टीम के 400 पार स्कोर बनाने पर वेस्टइंडीज गेंदबाज मैदान में हताश होते नजर आए थे। इसी का असर पाकिस्तान की दूसरी पारी के दौरान देखने को मिला। वेस्टइंडीज के सभी गेंदबाजों ने दिशाहीन गेंदबाजी की। पाकिस्तान ने अगर किसी तरह 291 रन बनाए तो इसमें 68 रन अतिरिक्त के थे। एक पारी में वेस्टइंडीज के बॉलरों द्वारा 68 रन बतौर अतिरिक्त दिया जाना, उस वक्त की सबसे बड़ी घटना थी।
लय और तेजी के लिए पहचाने जाने वाले वेस्टइंडीज के बॉलर तब टूटते नजर आए जब पाकिस्तानी बल्लेबाजों को जल्द आउट न कर पाने के कारण बात उनकी प्रतिष्ठा पर आकर खड़ी हो गई। ऐसे में वेस्टइंडीज के बॉलरों ने अतिरिक्त जोर लगाना शुरू कर दिया। नतीजा यह निकला कि एक पारी में 29 बाय, 11 लेग बॉय और 28 नो बॉल देखने को मिलीं। क्रिकेट इतिहास का यह 1977 तक पहला वाकया था जब इतने रन अतिरिक्त के रूप में किसी टीम ने दिए हों। गेंदबाजों के अलावा इस मैच में वेस्टइंडीज के विकेटकीपर मुरै का प्रदर्शन भी बेहद खराब रहा। करीब 40 रन बाय के उनकी वजह से पाकिस्तान को मिले।
अतिरिक्त रन देने में पाक अव्वल, विंडीज नंबर- 2
क्रिकेट के इतिहास में एक पारी में सबसे ज्यादा अतिरिक्त रन देने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम पर है। पाकिस्तान ने 2007 में बेंगलुरु के मैदान पर इंडिया के खिलाफ खेलते हुए 76 अतिरिक्त रन दिए थे। इसमें 35 बाय, 26 लैगबॉय और 15 नो-बॉल शामिल थे। दूसरे नंबर पर वेस्टइंडीज की ही टीम है जिन्होंने 2009 में इंग्लैंड के खिलाफ 74 अतिरिक्त रन दिए थे। भारत इस लिस्ट में अभी नौवें नंबर पर है। 1987 में भारतीय बॉलरों ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता के मैदान में 64 अतिरिक्त रन दिए थे।