मुंबई। टीम इंडिया के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और चाइनामैन कुलदीप यादव ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर शानदार गेंदबाजी करते हुए छह वनडे में 33 विकेट लिए। चहल ने 16 जबकि कुलदीप यादव ने 17 विकेट झटके। इसके बाद जोहानसबर्ग के न्यू वांडरर्स स्टेडियम में खेले गए पहले टी-20 में युजवेंद्र चहल को चश्मा पहने देखा गया।
चहल ने पहले टी-20 इंटरनेशनल में एक विकेट झटका। आपको लगेगा कि चहल की आंखों में कुछ परेशानी है क्योंकि वह इससे पहले कभी मैदान पर चश्मा पहने नहीं दिखे। हालांकि, गेंदबाजी करते समय चहल ने चश्मा नहीं पहना, लेकिन फील्डिंग करते समय उन्होंने इसे पहने रखा। लेग स्पिनर ने पिता केके चहल ने मिड-डे से बातचीत में खुलासा किया कि उनके बेटे ने चश्मा सावधानी को बरतते हुए पहना था। चहल के पिता ने कहा कि दौरे पर जाने से पहले आंखों के विशेषज्ञ ने 27 वर्षीय चहल को सलाह दी कि उन्हें चश्मा कुछ मौकों पर पहनना होगा।
पिता ने कहा, दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से पहले युजवेंद्र को आई स्पेशलिस्ट ने कभी-कभार चश्मा पहनने की सलाह दी। इसलिए वह गेंदबाजी या बल्लेबाजी के समय तो नहीं, लेकिन फील्डिंग के दौरान चश्मा पहन रहे थे। पिता ने खुलासा किया कि जब उनके बेटे इनकम टैक्स इंस्पेक्टर का जॉब लेने गए तब उन्हें चश्मा पहनने की सलाह दी गई। उन्होंने साथ ही कहा कि युजवेंद्र की आंखों की दृष्टि कमजोर नहीं है।
केके चहल ने कहा, 'युजवेंद्र की आई साइट कमजोर नहीं है, लेकिन इनकम टैक्स इंस्पेक्टर का जॉब हासिल करने के लिए जब उसका मेडिकल टेस्ट हुआ तो उसे चश्मा पहनने की सलाह दी गई। युजवेंद्र दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद दिल्ली में जॉब ज्वाइन करेंगे। टीम इंडिया अब बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरा टी-20 इंटरनेशनल मैच खेलेगी। 'कोहली ब्रिगेड' का इरादा सीरीज अपने नाम करने का होगा ताकि तीसरे मैच में वह दबावमुक्त होकर खेले।