नई दिल्ली। टीम इंडिया के चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव ने छोटे से इंटरनेशनल करियर में ही अपने प्रदर्शन से खास छाप छोड़ी है। कप्तान विराट कोहली का खास भरोसा इस स्पिनर को हासिल है। 22 वर्षीय कुलदीप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में हैट्रिक भी हासिल कर चुके हैं। हालांकि भारतीय क्रिकेट में इस ऊंचाई को हासिल करने की कुलदीप यादव की राह आसान नहीं रही है। कानपुर के इस स्पिनर ने खुलासा किया है कि अपने क्रिकेट करियर के दौरान एक समय वे बेहद निराश हो गए थे। जब कुलदीप को उत्तरप्रदेश की अंडर-15 टीम में नहीं चुना गया था तो वे न सिर्फ क्रिकेट छोड़ने बल्कि खुदकुशी का विचार भी उनके दिमाग में आया था। कुलदीप की उम्र उस समय 13 वर्ष थी।
कुलदीप ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, 'मैंने अपने चयन के लिए कड़ी मेहनत की थी, लेकिन जब मुझे नहीं चुना गया तो हताशा में खुदकुशी का ख्याल मेरे मन में आया था।' उन्होंने कहा कि भावनाओं के भरे क्षणों में ऐसा हर किसी के साथ होता है। कुलदीप ने आईपीएल में कोलकाता नाइट राडडर्स की ओर से खेलते हुए खास छाप छोड़ी। इस बाद वे लगातार आगे बढ़ते गए और जूनियर वर्ल्डकप में भाग लेने वाली भारतीय टीम के भी सदस्य रहे। कुलदीप ने अपने टेस्ट करियर का आगाज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला में टेस्ट खेलकर किया। इस टेस्ट में उन्होंने चार विकेट हासिल किए।