मुंबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर्स संघ (फिका) को क्रिकेट की वैश्विक संस्था आईसीसी का खेल में सुधार और उसकी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए टेस्ट और वनडे लीग कराने की योजना पसंद नहीं आई है। फिका के कार्यकारी अध्यक्ष टॉनी आयरिश ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् की टेस्ट और वनडे लीग कराने की योजना खास नहीं है और इससे खेल को कोई फायदा नहीं होने वाला है, क्योंकि जिस तरह से दुनियाभर में ट्वेंटी -20 लीग लोकप्रिय हो रही हैं, उस संदर्भ में टेस्ट और वनडे लीग की योजना तैयार ही नहीं की गई है।
एक अच्छी सोच...
हालांकि आयरिश का मानना है कि वनडे लीग विश्व कप क्वालिफिकेशन की राह तय करेगी, जो अच्छी सोच है, लेकिन टेस्ट चैम्पियनशिप और चार दिनी टेस्ट कराने की आईसीसी की योजना लाभकारी दिखाई नहीं देती है। उन्होंने कहा कि वैश्विक संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और घरेलू ट्वेंटी -20 लीगों के बीच में ऐसा कार्यक्रम तैयार कर सकती थी, जो खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद होता।
कड़ी आलोचना...
दुनियाभर के क्रिकेट खिलाड़ियों की अंतरराष्ट्रीय संस्था ने खिलाड़ियों को इस तरह के प्रस्ताव में शामिल नहीं करने पर भी आईसीसी की कड़ी आलोचना की है। इसी सप्ताह आॅकलैंड में आईसीसी की बोर्ड बैठक में ही 2019 और 2020 से टेस्ट तथा वनडे लीग कराने पर वैश्विक संस्था ने अपनी सहमति जताई थी।
मौका गंवा दिया...
आईसीसी ने वनडे लीग शुरू करने के हिसाब से सकारात्मक कदम उठाया है, लेकिन संपूर्ण दृष्टि से देखा जाए, तो उसने वैश्विक स्तर पर खेलों के ढांचे में सुधार करने के एक बेहतरीन मौके को गंवा दिया है। इस समय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिये सबसे बड़ी चुनौती खिलाड़ियों में ट्वेंटी -20 लीगों में खेलने की बढ़ती हुई होड़ है, जिसे अन्य प्रारूपों में बेहतर ढांचे के साथ बदला जा सकता है। हमने जो रिपोर्ट दी थी, उसमें से वनडे और टेस्ट लीग के प्रस्ताव भी थे, लेकिन अन्य अहम बातों पर आईसीसी ने कोई ध्यान नहीं दिया है। वैश्विक संस्था ने तीनों प्रारूपों में संतुलन बैठाने का प्रयास नहीं किया है।
टॉनी आयरिश- फिका के कार्यकारी अध्यक्ष