नई दिल्ली। भारतीय टीम के युवा ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या अब जब क्रीज पर बल्लेबाजी के लिए आते हैं तो सबकी निगाहें उनके लंबे-लंबे छक्कों पर टिकी होती हैं। उन्होंने कई मैचों में बेहतरीन छक्के लगाए हैं। पांड्या का कहना है कि ये कला उनके अंदर अचानक से नहीं आ गई है बल्कि बचपन से ही वो ऐसे ही छक्के लगाते आ रहे हैं।
पांड्या ने कहा कि अगर आप कोई चीज किसी तरीके से करना चाहते हैं तो वो कर सकते हैं। मुझे छक्के लगाने में कोई दिक्कत नहीं है। इससे पहले आईपीएल में मैने काफी अच्छी बल्लेबाजी की थी। पिछले सीजन के आईपीएल में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था। इसलिए मैंने मेहनत की और फिर वापसी किया।
पांड्या ने आगे कहा कि ' वो इससे पहले भी छक्के लगाते थे। अब बस ये हो गया कि अब मैं ज्यादा लंबे छक्के मारता हू्ं। उन्होंने कहा कि मैं अपने बचपन से ही छक्के लगा रहा हूं।
पांड्या ने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले एकदिवसीय मुकाबले में एडम जम्पा की गेंद पर लगातार 3 छक्के जड़े थे। उन्होंने कहा कि ' ये सिर्फ गेंद को हिट करने का सवाल नहीं है। सबसे जरुरी है अपने खेल को समझना। उस समय चेन्नई में जब जम्पा गेंदबाजी कर रहे थे तो मुझे पता था कि मैं कभी भी 6 रन मार सकता हूं। इसलिए मैंने 7वें ओवर तक इंतजार किया और मौका मिलने पर तेज गति से रन बनाना शुरु किया।