कोलंबो। श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के कार्यवाहक कप्तान लसिथ मलिंगा ने खेल से रिटायरमेंट के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि मैं श्रीलंकाई टीम को जीत नहीं दिला नहीं सकता, तो खेल छोड़ना ही मेरे लिए सर्वोत्तम विकल्प रहेगा। माना जा रहा है कि टीम इंडिया के खिलाफ 3 सितंबर को यहां होने वाले पांचवे एंव अंतिम वनडे मैच के बाद मलिंगा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक्शन में नजर न आएं।
अनुभवी होना मायने नहीं रखता
मलिंगा ने कहा कि मैंने चोट से उबरकर लंबे समय समय बाद मैदान पर वापसी की थी, लेकिन पहले जिम्बाब्वे और अब भारत के खिलाफ मैं आशानुरूप प्रदर्शन नहीं कर सका। इस सीरीज के बाद मैं इस बात पर गंभीरता से विचार करूंगा कि मैं भविष्य में कब तक खेलना जारी रखूं। मैं इस बात पर भी विचार करूंगा कि मेरा शरीर कितना फिट है। यह मायने नहीं रखता कि मैं कितना अनुभवी हूं। यदि मैं टीम के लिए मैच विजयी प्रदर्शन नहीं कर पाता हूं, तो कोई कारण नहीं है कि मैं आगे खेलना जारी रखूं। मुझे आगे कई मैच खेलने हैं और मेरी यही कोशिश होगी कि मैं खुद को पूरी तरह फिट बनाते हुए वापसी करूं। यदि मैं टीम को जीत नहीं दिला सकता हूं, तो मेरे लिए संन्यास लेना ही सर्वोत्तम विकल्प होगा।
थरंगा की जगह हैं
मलिंगा टीम इंडिया के खिलाफ मौजूदा वनडे सीरीज में श्रीलंका की तरफ से नियमित कप्तान उपुल थरंगा कार्यवाहक कप्तान चामरा कापूगेदरा के बाद तीसरे कप्तान के रूप में उतरे थे, लेकिन वह भी अपनी टीम को जीत दिलाने में सफल नहीं हो सके। प्रचंड फार्म में चल रही टीम इंडिया ने चौथे मैच में मेजबान श्रीलंका को 168 रनों से हराकर 4-0 की बढ़त बना ली थी।
चौथे मैच पर मलिंगा की प्रतिक्रिया
भारतीय टीम के खिलाफ चौथा मैच हारने के बाद लसिथ मलिंगा ने कहा -विराट कोहली और रोहित शर्मा ने वाकई बहुत अच्छा खेला। हम गेंदबाजी में निरंतरता नहीं रख सके। मुझे लगता है कि यहां जिस तरह की विकेट थी, उसमें लाइन लेंथ बेहत अहम था। विराट ने जिस तेजी के साथ 30-40 रन बनाए,उससे उन्हें आत्मविश्वास मिला होगा। विकेट पर घास थी और मैंने सोचा था कि गेंदें स्विंग करेंगी। विराट और रोहित से युवाओं को सीख लेने की जरूरत है। हम गेंदों को स्विंग नहीं करा सके और भारतीय बल्लेबाजों ने जमकर बल्लेबाजी करते हुए हमें मैच से दूर कर दिया। शायद यही क्रिकेट है अनिश्चितताओं का खेल। यह पूरा टूर्नामेंट हमारे बल्लेबाजों के लिये दुस्वप्न सरीखा है। जिन विकेटों पर भारतीय बल्लेबाज आसानी से रन बटोर रहे हैं, वहीं हमारे बल्लेबाज अगले झांकते नजर आ रहे हैं। इस मैच में हम बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण तीनों विभागों में टीम इंडिया से 19 साबित हुए और मेहमान टीम को जीत का पूरा श्रेय जाता है। व्यक्तिगत रूप से मेरा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जैसा प्रदर्शन होना चाहिए, हमारी टीम वैसा नहीं कर पा रही है । टीम में प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटर हैं और उन्हें जल्द ही सीखना होगा।