नई दिल्ली। जब टीम इंडिया श्रीलंका दौरे पर रवाना हुई थी तब सभी की नजरें महेंद्र सिंह धोनी पर टिकी हुई थी। अपनी फार्म को लेकर धोनी कई दिग्गजों के निशाने पर थे। मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने तो यहां तक कहा दिया था कि अगर धोनी अपनी फार्म में बदलाव नहीं लाते हैं तो उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाएगा। लेकिन श्रीलंका के खिलाफ दूसरे और तीसरे वनडे में जिस तरह से धोनी ने बल्लेबाजी की उससे उन सभी आलोचकों का मुंह बंद हो गया है। धोनी ने दूसरे वनडे में 45 रन और तीसरे वनडे में 65 रन की नाबाद पारी खेलीं।
भले ही वनडे और टी-20 टीम में महेंद्र सिंह धोनी की जगह पर सवाल खड़े होते रहते हैं लेकिन भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का मानना कि भारत धोनी के विकल्प को तलाश नहीं सका है। सहवाग ने कहा, मुझे नहीं लगता कि फिलहाल कोई भी ऐसा खिलाड़ी है जो धोनी का विकल्प बन सकता है। ऋषभ पंत अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन उन्हें साल 2019 के बाद ही मौका दिया जाएगा। तब तक पंत को और अनुभव की जरूरत है। हमें इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए कि धोनी रन बना रहे हैं या फिर नहीं। बल्कि हमें ये सोचना चाहिए कि वो 2019 के विश्व तक फिट रहें।
सहवाग ने आगे कहा - धोनी बहुत अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्हें मिडल ऑर्डर और निचले क्रम में खेलने का बेहद अनुभव है और ये भारतीय टीम के काफी काम आ सकता है। मेरा मानना है कि मौजूदा भारतीय टीम में किसी भी खिलाड़ी के पास फिलहाल इतना अनुभव नहीं है।
सहवाग ने ये भी कहा कि भारतीय टीम को अपने मिडल ऑर्डर को आजमाने की जरूरत है ताकि वो विश्व कप से पहले लय में आ जाए। सहवाग के मुताबिक हर खिलाड़ी को मौका दिया जाना चाहिए ताकि वो विश्व कप में संकट के समय उपयोगी पारी खेल सके।
सहवाग ने कहा, भारतीय टीम को विश्व कप से पहले मिडल ऑर्डर को परखने और मौका देने की जरूरत है। आप जिस भी मिडल ऑर्डर के साथ जा रहे हैं उसको आप भरपूर मौका दें ताकि संकट के समय हर खिलाड़ी उपयोगी पारी खेल सके। मिडल ऑर्डर में खिलाड़ियों को बदल-बदलकर मौका देने की जरूरत है। वहीं केदार जाधव और मनीष पांडे की जगह पर भी दोनों को एक-एक बार बदलने की जरूरत है। इससे आपके हर खिलाड़ी को खेलने का मौका मिलेगा और टीम मजबूत भी होगी।