मुंबई। दर्शकों की संख्या में इजाफे और टूर्नामेंट में अधिकांश समय विवाद से दूर रहने के कारण इंडियन प्रीमियर लीग का ब्रैंड मूल्य 10वें टूर्नामेंट के बाद बढ़कर 5 अरब 30 करोड़ डॉलर (करीब 34 हजार करोड़ रुपए) हो गया है। ग्लोबल वैलुएशन एंड कॉर्पोरेट फाइनेंस एडवाइजर डफ एंड फेल्प्स ने यह आकलन किया है।
डफ एंड फेल्प्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि व्यवसाय के रूप में आईपीएल की कुल कीमत पिछले साल के 4 अरब 20 करोड़ डॉलर (करीब 27,000 हजार करोड़ रुपए) की तुलना में करीब 26 फीसदी बढ़कर 5 अरब 30 करोड़ डॉलर (करीब 34 हजार करोड़ रुपए) हो गई है जिसमें तीन साल का 13 .9 फीसदी सीएजीआर भी शामिल है।
डफ एंड फेल्प्स इंडिया के प्रबंध निदेशक वरुण गुप्ता ने कहा, ‘इस आईपीएल सत्र ने सभी सही कारणों से सुर्खियां बटोरी-टूर्नामेंट काफी हद तक विवादों से मुक्त रहा, सोशल मीडिया से जुड़ाव में इजाफा हुआ, रणनीतिक और बेहद सफल विपणन फैसले हुए और मैदान पर प्रदर्शन में सुधार हुआ। इन सभी से दुनिया की सबसे अधिक कीमत वाली क्रिकेट लीग के रूप में आईपीएल की स्थिति मजबूत हुई।’
इस बीच टीमों में आईपीएल 2017 का खिताब जीतने वाली मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली मुंबई इंडियन्स की टीम 10 करोड़ 60 लाख डॉलर की ब्रैंड कीमत के साथ शीर्ष पर है। कोलकाता नाइट राइडर्स नौ करोड़ 90 लाख डॉलर के साथ दूसरे जबकि रायल चैलेंजर्स बैंगलोर आठ करोड़ 80 लाख डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर है।