पल्लेकल। टीम इंडिया ने तीसरे ही दिन पल्लेकेल टेस्ट पारी और 171 रनों से जीत कर श्रीलंका का सीरीज में 3-0 से सफाया कर दिया। इसके साथ ही कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका की धरती पर इतिहास रच दिया। उन्होंने टीम इंडिया के विदेश में 3-0 से व्हाइटवॉश का सपना साकार किया है। विदेशी धरती पर 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में सभी टेस्ट जीतने के लिए भारतीय टीम को 85 साल का लंबा इंतजार करने पड़ा। अबतक किसी भी भारतीय कप्तान ने इतनी बड़ी सफलता हासिल नहीं की थी। 28 साल के विराट कोहली ने अपने 29वें टेस्ट मैच में कप्तानी करते हुए यह उपलब्धि हासिल की।
टेस्ट इतिहास के 85 साल में पहली बार बना रिकॉर्ड
भारत ने न केवल ये मैच जीता बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास का 'सबसे बड़ा' रिकॉर्ड भी बना दिया। भारतीय टीम अपने 85 साल के टेस्ट इतिहास में अब तक सिर्फ एक बार विदेशी सरजमीं पर किसी सीरीज में तीन टेस्ट मैच जीत पाई थी। लेकिन वो सीरीज 4 मैचों की थी। ये पहला मौका है जब भारत ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में विदेशी जमीं पर क्लीन स्वीप किया है।
विदेश में भी भारत कर चुका है क्लीन स्वीप, लेकिन....
भारत ने इससे पहले सिर्फ एक बार विदेशी धरती पर किसी सीरीज में तीन टेस्ट मैच जीते। मंसूर अली खां पटौदी की अगुवाई वाली टीम ने फरवरी, मार्च 1968 में न्यूजीलैंड को चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-1 से हराया था। इस दौरान हालांकि टीम ड्यूनेडिन में पहला टेस्ट मैच जीतने के बाद क्राइस्टचर्च में दूसरा टेस्ट मैच हार गयी थी। इसके बाद भारत ने वेलिंगटन और ऑकलैंड टेस्ट जीते थे।
अपनी जमीं पर कई बार दोहरा चुका है ये कारनामा
भारत हालांकि अपनी सरजमीं पर इससे पहले तीन या इससे अधिक टेस्ट मैचों में क्लीन स्वीप कर चुका है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चार मैचों की सीरीज में 4-0 से हराया था। मोहम्मद अजहरूद्दीन की टीम ने 1993-94 में इंग्लैंड और श्रीलंका का तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में सूपड़ा साफ किया था। कोहली की अगुवाई में टीम ने पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ यही करिश्मा दोहराया था। पिछले साल ही भारतीय टीम ने इंग्लैंड को पांच मैचों की सीरीज में 4-0 से हराया था जबकि 2015 में उसने दक्षिण अफ्रीका को चार मैचों की सीरीज में 3-0 से शिकस्त दी थी।