नई दिल्ली। चेतेश्वर पुजारा को एक कामयाब क्रिकेटर बनाने में उनके पिता अरविंद पुजारा का बहुत बड़ा योगदान रहा है। अब श्रीलंका में अपना 50वां टेस्ट मैच खेलने की तैयारी कर रहे पुजारा ने अपने पिता को लेकर रोचक खुलासा किया है।
पुजारा ने कहा कि, पहले पिता मेरे खेल की हमेशा बुराई करते रहते थे। लेकिन अब मेरे सात साल के करियर के बाद उनके रुख में बदलाव आया है। मेरे गेम पर अब भी बात होती है और कमियों को लेकर हम अब किसी न किसी निष्कर्ष पर पहुंच जाते हैं।
मालूम हो, गाले में खेला गया पहला टेस्ट पुजारा के करियर का 49वां टेस्ट था। इस तरह 3 अगस्त से शुरू होने वाला दूसरा टेस्ट उनके लिए बहुत खास हो गया है। पुजारा टेस्ट टीम में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं और अपने लगातार अच्छे प्रदर्शन से उन्होंने कप्तान विराट कोहली का भरोसा भी जीत लिया है। अब तक के 49 टेस्ट मैचो में पुजारा ने 52.18 के औसत से 3966 रन बनाए हैं।
इसमें 12 शतक शामिल हैं। गाले टेस्ट में भी उन्होंने शतक जमाया था और टीम इंडिया की 304 रन से मिली जीत में अहम भूमिका निभाई थी। पुजारा के क्रिकेट करियर पर 2011 में एक ब्रेक लग गया था। तब घुटने की चोट के कारण उन्हें छह महीने क्रिकेट से दूर रहना पड़ा था। हालांकि उम्मीद नहीं छोड़ी और सौराष्ट्र के लिए घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करते हुए फिर टीम इंडिया में वापसी की।