गाले। टीम इंडिया के ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में पाकिस्तान के खिलाफ जिस तरह से छक्कों की बारिश की थी उससे क्रिकेट जगत में तहलका मच गया था। इसके बाद इस युवा खिलाड़ी पर कप्तान ने भरोसा जताते हुए उन्हें ऊपर भेजना शुरू किया और ये प्रतिभावान क्रिकेटर उम्मीदों पर खरा भी उतरा। पांड्या के हालिया फॉर्म को नजर में रखते हुए उन्हें पहली बार श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच में डेब्यू का मौका दिया गया, जिसे उन्होंने बखूबी भुनाते हुए इतिहास भी रच डाला।
पांड्या ने गाले में खेले जा रहे पहले टेस्ट के दूसरे दिन 49 गेंदों में 3 छक्के और 5 चौकों की मदद के साथ 102.04 की आतिशी पारी की बदौलत 50 रन बना डाले। इसके साथ ही पांड्या अपने डेब्यू टेस्ट मैच में 3 छक्के लगाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
हालांकि हार्दिक पांड्या इस मैच में एक रिकॉर्ड बनाने से जरा सा चूक गए। ये रिकॉर्ड था डेब्यू टेस्ट में सबसे तेज फिफ्टी लगाने का। हार्दिक ने 48वीं गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया मगर उनसे पहले 1934 में युवराज ऑफ पटियाला ने इंग्लैंड के खिलाफ 1934 में महज 42 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा था।
बता दें कि हार्दिक पांड्या ने अभी तक 17 एकदिवसीय मैचों की 10 पारियों में 41.28 की औसत के साथ तीन बार नाबाद रहते हुए 289 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 135.33 की स्ट्राइक के साथ 2 अर्धशतक जड़े हैं। इस दौरान उन्होंने 15 छक्के और 17 चौके लगाए। साथ ही उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 76 रहा। वहीं बात अगर गेंदबाजी की करें तो उन्होंने 5.45 की इकॉनमी के साथ 19 विकेट झटके हैं।