मुंबई। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर को क्रिकेट इतिहास का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माना जाता है। लेकिन एक घटना ऐसी भी थी जिस पर मास्टर ब्लास्टर के आंसू भी छलक उठे थे। इसका जिक्र इंग्लैंड के पूर्व गेंदबाज स्टीव हार्मिसन ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में किया है।
उन्होंने 'स्पीड डेमन्स' में लिखा, 26/11 के मुंबई हमले के बाद इंग्लैंड की टीम 2008 में भारत दौरे पर आई थी। दो टेस्ट मैचों से पहले इंग्लैंड की टीम 7 मैचों की वनडे सीरीज 5-0 से हार चुकी थी। उन्होंने याद करते हुए कहते हैं कि कैसे ईसीबी और बीसीसीआई टेस्ट सीरीज खेलने पर राजी हुए थे और सचिन तेंडुलकर ने नम आंखों से उनका मैच खेलने को लेकर शुक्रिया अदा किया था।
हार्मिसन ने लिखा- आतंकी हमले के दौरान इंग्लैंड की टीम बेंगलुरु के एक होटल में ठहरी थी। खिलाड़ी इसलिए सकते में थे, क्योंकि दो हफ्ते पहले वे लोग उसी ताज होटल में ठहरे थे, जहां आतंकी हमला हुआ था। उन्होंने लिखा- मैं एंड्रयू फ्लिंटऑफ और केविन पीटरसन घटना को देख रहे थे।
मशहूर ताज पैलेस होटल के सामने लाशें पड़ी थीं। कमरों में घुसकर गोलियों की बरसात करके आतंकी मेहमानों का कत्ल कर रहे थे। हमें लगा कि सुरक्षा कारणों की वजह से दौरा रद्द हो जाएगा, लेकिन ईसीबी और बीसीसीआई ने सीरीज जारी रखने का फैसला किया। हालांकि ईसीबी ने कहा था कि सीरीज खेलना का फैसला उनका अपना है।
हार्मिसन ने इसके बाद इंग्लैंड के सिक्योरिटी एक्सपर्ट रेग डिकिन्सन से बात, जिन्होंने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया। चेन्नै में हुआ पहला टेस्ट भारत 6 विकेट से जीत गया। चौथी पारी में सचिन ने चौका मारकर अपना शतक और भारत को जीत दिलाई। जब वह ड्रेसिंग रूम में लौटे तो यह टेस्ट सीरीज खेलने के लिए उन्होंने पूरी इंग्लिश टीम को धन्यवाद दिया। उस वक्त उनकी आंखों में आंसू थे।
26/11 के हमले में 150 लोगों की जान गई थी। हार्मिसन ने लिखा, चैन्ने टेस्ट की हार शायद इकलौती थी, जिस पर मैंने ज्यादा गम नहीं किया। मुझे नहीं पता कि एक स्क्रिप्ट राइटर भी इससे अच्छा कुछ ला सकता है कि महान सचिन तेंडुलकर ने एक ही शॉट से भारत को जीत दिलाई और अपना शतक पूरा किया। उनका ड्रेसिंग रूम में आना और इतने प्यार से धन्यवाद कहना बहुत शानदार था।