एंटीगा। सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में खेले गए चौथे वनडे मैच में वेस्टइंडीज ने भारत को 11 रनों से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज की टीम मात्र 190 रनों पर ढेर हो गई। इतने छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया के शेर मात्र 178 रन ही बना पाए। हालांकि, 5 मैचों की सीरीज में भारत अब भी 2-1 से आगे चल रहा है। आखिरी मैच में सीरीज में दोनों टीमों की हार-जीत का फैसला करेगा।
भारतीय टीम में सबसे अधिक रन सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (60) और महेंद्र सिंह धोनी (54) ने बनाए।
इनके अलावा विंडीज की टीम ने किसी भी खिलाड़ी को फील्ड में ज्यादा देर तक टिकने का मौका नहीं दिया। वेस्टइंडीज के जेसन होल्डर सबसे सफल गेंदबाज साबित हए जिन्होंने 9.4 ओवर में 27 रन देकर 5 विकेट लिए। मैच में धोनी ने काफी धीमी बैटिंग की। वे 114 बॉल पर सिर्फ 54 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने अपने 50 रन 108 बॉल पर पूरे किए, जो कि उनके वनडे करियर की सबसे धीमी फिफ्टी रही।
इससे पहले, विंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी, लेकिन उसके बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों की सटीक लाइन-लेंथ के कारण खुलकर नहीं खेल पाए और मेजबान टीम पूरे 50 ओवर खेलने के बाद नौ विकेट खोकर 189 रन ही बना सकी। विंडीज की शुरुआत बेहद धीमी रही। उसने अपने 50 रन पूरे करने के लिए 15.2 ओवर लिए। एविन लुइस (35) और काइल होप (35) की सलामी जोड़ी रनों के लिए संघर्ष कर रही थी। 5
7 के कुल स्कोर पर हार्दिक पांड्या ने इस जोड़ी को तोड़ा। उन्होंने काइल को केदार जाधव के हाथों कैच कराया। बेहतरीन फॉर्म में चल रहे कुलदीप ने लुइस की पारी का अंत 80 के कुल योग पर किया। यहां से नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे।
रोस्टन चेस (24) रंग में आते इससे पहले ही कुलदीप ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया। शाई होप भी 25 रनों की अपनी पारी को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए और पांड्या का दूसरा शिकार बने। वह 136 के कुल स्कोर पर आउट हुए। कप्तान होल्डर ने 11 रनों का योगदान दिया। वह कुलदीप यादव की गेंद पर विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धौनी के हाथों लपके गए। कुछ देर बाद केरन पावेल (2) भी पवेलियन लौट गए।
एशले नर्स (4) और देबेंद्र बिशु 15 रनों का योगदान दे सके। जोसेफ पांच और केसरिक विलियम्स दो रन बनाकर नाबाद लौटे। भारत की तरफ से उमेश यादव और हार्दिक ने तीन-तीन विकेट लिए। कुलदीप को दो सफलता मिली। 2015 के बाद अपना पहला वनडे खेल रहे मोहम्मद शमी किफायती साबित हुए। उन्होंने अपने कोटे के 10 ओवरों में दो मेडेन ओवर फेंके और 33 रन दिए।