नई दिल्ली। 1970 से लेकर 1990 तक वर्ल्ड क्रिकेट पर सिर्फ एक टीम का दबदबा रहा। ये थी वेस्टइंडीज जिसे आज विंडीज के नाम से जाना जाता है। एक दौर में टेस्ट और वनडे दोनों में बेजोड़ रही इस टीम ने 21 जून 1975 को क्रिकेट इतिहास का पहला विश्व कप जीता था।
सेमीफाइनल में वेस्ट इंडियन टीम ने न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल खेला था। इसके बाद क्लाइव लॉयड की कप्तानी वाली कैरिबियन टीम ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को पटखनी देकर पहले विश्व कप पर अपना कब्ज़ा जमाया था। इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए इस फाइनल में वेस्टइंडीज ने 17 रनों से जीत हासिल की। लॉयड ने 82 गेंदों में 102 रन की पारी खेली थी। ये तब की बात है जब वनडे मैच 60 ओवर के होते थे और खिलाड़ी सफ़ेद जर्सी और लाल गेंद से खेलते थे. इस वर्ल्ड कप के पहले ग्रुप में इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड, भारत और ईस्ट अफ्रीका की टीमें तो दूसरे ग्रुप में वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमें थीं।
2009 में 20-20 विश्व कप का दूसरा एडिशन इंग्लैंड में हुआ था। जिसे पाकिस्तान ने जीता था। लेकिन संयोग ये था की ये वही दिन और वही मैदान था जहां पहले वनडे विश्व कप 1975 का फाइनल खेला गया था। वो मुकाबला भी क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर ही खेला गया था। 2009 विश्व कप का फाइनल मैच पाकिस्तान ने श्रीलंका को 8 विकेट से हराकर जीता था। और उसी दिन महिला विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को 6 विकेट से हराकर वर्ल्ड कप पर कब्ज़ा किया था। उसके पहले पाकिस्तान में क्रिकेट का बुरा दौर चल रहा था। क्योंकि 3 मार्च 2009 को लाहौर के ग्राउंड पर पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच टेस्ट मैच के दौरान आंतकी हमला हुआ था जिसके कारण पाकिस्तान में क्रिकेट बंद हो गया था। उसके बाद से अब तक कोई भी टीम पाकिस्तान नहीं गई है। तीन महीने बाद इन्हीं टीमों के बीच वर्ल्ड T20 का फाइनल हुआ. जिसमे पहले बैटिंग करते हुए श्रीलंका ने 138 रन बनाए और जवाब में पाकिस्तानी टीम ने 139 रन बनाकर ये मैच 8 विकेट से जीत लिया। इस मैच में शाहिद अफरीदी ने 40 गेंदों में 54 रन बनाए और मैन ऑफ द मैच रहे। 1992 वर्ल्ड कप जीतने के बाद ये पाकिस्तान की दूसरी वर्ल्ड कप जीत थी।
20 जून 1996 को दुनिया के दो महान बल्लेबाज सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ का डेब्यू हुआ था। मगर दोनों ने अपने क्रिकेट करियर की पहली पारी अगले दिन यानी 21 जून को इसी लॉर्ड्स के मैदान पर खेली थी। मतलब टेक्निकली इनके क्रिकेट करियर का आग़ाज़ 21 जून को ही हुआ था। इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में भारत के दोनों नए बल्लेबाजों ने जबरदस्त बल्लेबाज़ी की। इस टेस्ट के दूसरे दिन सौरव ने 131 रन की महान पारी खेली जिसमें 20 चौके शामिल थे. साथ ही द्रविड़ ने भी 95 रन बनाए। सौरव गांगुली का ये स्कोर लॉर्ड्स के मैदान पर डेब्यू करने वाले किसी भी बैट्समैन का सबसे बड़ा स्कोर था।