नई दिल्ली। एक जून से इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होने वाली हैं। लेकिन इससे पहले क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बहुत बुरी खबर आ रही है। आने वाले दिनों में वनडे क्रिकेट के दूसरे सबसे बड़े टूर्नामेंट- आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के मैचों से टीम इंडिया बाहर हो सकती है।
भारत के चैंपियंस ट्रॉफी से हटने की वजह बीसीसीआइ और आइसीसी के बीच क्रिकेट के 'बिग थ्री' फॉर्मूले को लेकर चल रही बहस है। दोनों बोर्ड के अधिकारियों के बीच चली बातचीत का कोई हल नहीं निकल सका है और अगर भारत इस ट्रॉफी से हटने का फैसला लेता है तो इससे विश्व क्रिकेट को बड़ा नुकसान होगा। फिलहाल दोनों बोर्ड के अधिकारियों के पास इस मामले को सुलझाने के लिए एक महीने का समय है।
भारत के चैंपियंस ट्रॉफी से हटने की वजह बीसीसीआई और आइसीसी के बीच क्रिकेट के 'बिग थ्री' फॉर्मूले को लेकर चल रही बहस है। दोनों बोर्ड के अधिकारियों के बीच चली बातचीत का कोई हल नहीं निकल सका है और अगर भारत इस ट्रॉफी से हटने का फैसला लेता है तो इससे विश्व क्रिकेट को बड़ा नुकसान होगा। फिलहाल दोनों बोर्ड के अधिकारियों के पास इस मामले को सुलझाने के लिए एक महीने का समय है।
भारत ने 2002 (संयुक्त विजेता) और 2013 में दो बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती है। फिलहाल टीम इंडिया और दूसरे देशों के कई खिलाड़ी भी आइपीएल में खेल रहे हैं। आइपीएल 21 मई को खत्म हो रहा है और 10 दिनों बाद चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होगी।
बोर्ड ने अपनी विशेष आमसभा में सबकी मंज़ूरी से कह दिया है कि आईसीसी को उनका पैगाम दे दिया जाए कि वह बिग थ्री मॉडल' को बरकरार रखे। गौरतलब है कि बिग थ्री मॉडल में आईसीसी की कमाई से बीसीसीआई को 20.3, ईसीबी को 4.4% और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 2.7% मिलता था। यह फॉर्मूला उनके राजस्व से तय हुआ था।
आईसीसी के नए राजस्व मॉडल के तहत बीसीसीआई की कमाई 900 करोड़ रुपए तक कम हो सकती है जिसके खिलाफ बोर्ड ने सख्त तेवर दिखाए हैं। सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद बोर्ड के संयुक्त सचिव 27,28 अप्रैल को आईसीसी की दुबई में होने वाली बैठक में बोर्ड का पक्ष रखेंगे।