मुंबई। धर्मशाला टेस्ट में विराट कोहली की गैरमौजूदगी में अपनी कप्तानी का दम दिखाकर टीम को जीत दिलाने वाले कप्तान अंजिक्य रहाणे ने खुलासा किया। रहाणे ने सोमवार को बताया कि कप्तानी से पहले उन्हें टीम इंडिया के महान क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर ने फोन कर शुभकामनाएं दी थीं और यह उनके लिए काफी था। रहाणे का कहना है कि कप्तानी का अनुभव मेरे लिए नया था, लेकिन आत्मविश्वास और सचिन के फोन कॉल ने मुझे बहुत हिम्मत दी।
रहाणे भारतीय टेस्ट टीम के 33वें कैप्टन बने और उन्होंने धर्मशाला के निर्णायक मुकाबले में टीम को जीत तक पहुंचाया। रहाणे कहते हैं, 'मैच से पहले मुझे सचिन तेंडुलकर का कॉल आया था। उन्होंने मुझसे कहा कि ग्राउंड पर मुझे अपने विवेक के आधार पर फैसला लेना चाहिए। उनकी इस बात ने मुझे बहुत प्रभावित किया। कप्तानी के अनुभव के बारे में रहाणे कहते हैं कि यह उनके लिए बहुत गौरव का क्षण था।
रहाणे ने कहा- मेरे लिए यह गौरव का क्षण जरूर था, लेकिन ड्रेसिंग रूम का माहौल थोड़ा निराशा से भरा था। विराट के चोटिल होने के कारण हम थोड़े निराश थे। हालांकि, वह हम सबको उत्साहित कर रहे थे। अपनी चोट को भुलाकर वह टीम को आत्मविश्वास के साथ उतरने के लिए प्रेरणा दे रहे थे। एक कप्तान के तौर पर मैं जानता हूं कि मेरा व्यक्तित्व अलग है। हर कप्तान की अपनी अलग शैली होती है।