नई दिल्ली। भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शनिवार से धर्मशाला में सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच खेलना है। इस मैच के साथ ही सीरीज का भी फैसला हो जाएगा कि यह सीरीज किसकी होगी। अभी दोनों टीमें सीरीज में 1-1 बराबर चल रही है। रांची में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया था जिसके बाद चौथा मैच अब ओर रोमांचक हो गया है।
वहीं, मैच शुरू होने से एक दिन पहले चेतेश्वर पुजारा ने अपनी सफलता का राज खोला है। रांची टेस्ट में शानदार दोहरे शतक के बाद चेतेश्वर पुजारा ने बताया कि किस तरह वो टेस्ट क्रिकेट में बड़ी बड़ी पारियां खेलते हैं। सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज ने रांची में भारत की तरफ से एक पारी में सर्वाधिक गेंदों का सामना करने का नया रिकॉर्ड भी बनाया था। उन्होंने सीरीज में अब तक 348 रन बनाए हैं और वह भारतीय बल्लेबाजों में सबसे ऊपर हैं।
पुजारा ने कहा कि, मुझे लगता है कि जब धैर्य की बात आती है तो यह पूरी तरह से कड़ी मेहनत पर निर्भर करता है। मैंने आठ वर्ष की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और अपने राज्य की टीम से पहला मैच 13 साल की उम्र में खेला था। इसके बाद से लगातार मैं इस प्रारूप में खेल रहा हूं और मुझे लगता है कि मुझे घरेलू क्रिकेट में खेलने का अनुभव और कड़ी मेहनत का फायदा मिल रहा है।
पुजारा ने कहा- मैं कह सकता हूं कि मेरे लिए मेरा अुनभव काम आ रहा है। मैं जानता हूं कि मुझे क्या करना है, कैसे करना है, कैसे लगातार लंबे समय तक बल्लेबाजी करनी है। पुजारा ने खुलासा किया कि बल्लेबाजी करते समय वह दिमाग को खाली रखने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा- बैटिंग के समय में कुछ नहीं सोचता। मैं दिमाग को खाली रखने की कोशिश करता हूं।