रांची। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और अपने विचारों को लेकर हमेशा मुख रहे सुनील गावसकर ने कहा है कि उन्हें ना तो राजनीति में कोई दिलचस्पी है और ना ही वह क्रिकेट प्रशासक बनने में रूचि रखते हैं। भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच अपने नाम पर आधारित क्रिकेट सीरिज गावसकर-बॉर्डर ट्रॉफी में कमेंट्री कर रहे पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के पिता पंजाब के महाधिवक्ता थे और सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहे और आज नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में मंत्री बने हैं जिसके लिए मैं उन्हें मेरी शुभकामनाएं देता हूं।
हालांकि मुझे व्यक्तिगत रूप से राजनीति में रूचि नहीं रही है और न ही मैं क्रिकेट प्रशासक की भूमिका को लेकर उत्साहित हूं। पूर्व कप्तान ने कहा कि भारत और आॅस्ट्रेलिया सीरिज के अंतिम टेस्ट में धर्मशाला में विजेता टीम को बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी देने के लिए आॅस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलेन बॉर्डर को आमंत्रित किया जाना चाहिए।