नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई टीम और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए 2006 के उस वनडे मैच को शायद ही कोई भूल सकता है जिसमें लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम ने टॉप स्कोर का वर्ल्ड रिकाॅर्ड बनाया था और ऑस्ट्रेलिया पर धमाकेदार जीत दर्ज की थी। उस मैच में हर्शल गिब्स ने महज 111 गेंद पर 175 रन ठोक डाले थे। इस मुकाबले में रनों का ऐसा पहाड़ खड़ा हुआ कि वनडे क्रिकेट के इतिहास में इससे पहले कभी देखने को नहीं मिला। दोनों टीमों ने कुल 872 रन बनाए गए। इस मैच को देखकर पूरा क्रिकेट जगत भी हैरान रह गया था।
गिब्स ने खुद किया किया खुलासा
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर हर्शल गिब्स ने 11 साल पहले 2006 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 434 रन के लक्ष्य का पीछा करने वाले मैच को लेकर रोचक खुलासा किया है। उन्होंने जोहांसबर्ग में खेले गए इस वनडे मुकाबले के बारे में कहा कि उस मैच के दौरान वे नशे में थे क्योंकि रात को उन्होंने काफी शराब पी ली थी। इस मैच में उन्होंने 175 रन की पारी खेली थी जिसकी बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने वनडे इतिहास का सबसे बड़ा हासिल कर लिया था। गिब्स ने यह खुलासा अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘टू द पॉइंट: द नो हॉल्ड बार्ड ऑटोबायोग्राफी’ में किया है।
नशे में उड़ा दिए थे कंगारुओं के होश
हर्शल गिब्स ने अपनी आत्मकथा में जिक्र किया है कि वो उस मैच से पहले वाले दिन काफी नशे में थे। नशा उनपर इतना चढ़ गया था कि उसका असर मैच के दिन भी रहा। नशे में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम की जमकर धुलाई की और अपनी टीम को आश्चर्यजनक जीत दिलाई थी।
क्या हुआ था उस मैच में
उस मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड 434 रन का लक्ष्य दक्षिण अफ्रीका के सामने रखा था। ऑस्ट्रेलिया की ओर से कप्तान रिकी पोंटिंग ने तूफानी शतकीय पारी खेली थी। उन्होंने 105 गेंद पर 13 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 164 रन ठोक डाले थे।
जवाब में उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने लक्ष्य को 1 गेंद शेष रहते हुए ही पा लिया था और पीछा करते हुए सबसे अधिक रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया था। दक्षिण अफ्रीका की ओर से कप्तान ग्रीम स्मिथ और हर्शल गिब्स ने तूफानी पारी खेली थी। स्मिथ ने 55 गेंद पर 13 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 90 रन की पारी खेली थी और गिब्स ने 111 गेंद पर 7 छक्कों और 21 चौकों की मदद से 175 रन ठोक डाले थे। गिब्स की इस तूफानी पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच से सम्मानित भी किया गया था।