नई दिल्ली। पुणे टेस्ट में मात्र तीन दिनों में मैच समाप्त हो जाने और मेजबान टीम को मिली करारी हार के बाद पुणे की एमसीए स्टेडियम पिच पर काफी सवाल उठे, लेकिन बेंगलुरू में चार मार्च से खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट से पहले आयोजकों ने साफ किया है कि यहां पर भारत और आॅस्ट्रेलियाई टीम को खेलने के लिए ऐसी पिच मिलेगी जहां दोनों को बराबरी का फायदा मिलेगा।
भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच पुणे में हुए पहले टेस्ट में भारत को हार मिली और मैच भी तीन दिन में समाप्त हो गया था जिससे उसका 19 मैचों का अपराजेय क्रम भी थम गया। इस मैच में तीन दिनों में ही 40 विकेट गिरे और आॅस्ट्रेलियाई लेफ्ट आर्म स्पिनर स्टीव ओ कीफे ने 12 विकेट हासिल किए जो मेहमान टीम के किसी स्पिनर का भारत में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
भारतीय पिचों पर स्पिनरों को हमेशा अतिरिक्त मदद मिलती है लेकिन पुणे की स्पिन मददगार पिच पर मेहमान टीम के स्पिनरों को अधिक फायदा मिला जिसके बाद टीम की इसलिए भी आलोचना हुई कि उनकी बनाई स्पिन पिच उन्हीं के लिए हार का कारण बनी। वहीं आॅस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ ने भी कहा था कि भारत से अधिक उनकी टीम को स्पिन पिच का फायदा मिला और अब वह बेंगलुरू की पिच को लेकर उत्साहित हैं।
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सूत्रों ने कहा है कि उन्हें भारतीय टीम की ओर से पिच तैयार करने को लेकर कोई निर्देश नहीं मिले हैं और वे ऐसी पिच बना रहे हैं जो भारत और आस्ट्रेलिया दोनों टीमों के लिए बराबरी से काम आएगी। उन्होंने कहा- हम ऐसी बेहतरीन टेस्ट पिच बनाने पर ध्यान दे रहे हैं जो दोनों टीमों को फायदा देगी और इस पर पूरे पांच दिन का खेल संभव होगा। हम नहीं चाहते कि यहां मैच केवल ढाई दिन में समाप्त हो जाए। आॅस्ट्रेलिया के स्पिनरों कीफे और नाथन लियोन ने भारत की दूसरी पारी में सभी 10 विकेट निकाले थे।
वहीं भारत के मुख्य स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन ने आॅस्ट्रेलियाई टीम की पारियों में तीन और चार विकेट तथा रवींद्र जडेजा ने दो और तीन विकेट लिए थे। जयंत यादव को दोनों पारियों में दो विकेट मिले थे। इस मैच में भारत ने 333 रन के बड़े अंतर से हार झेली थी और उसकी दूसरी पारी 441 रन के लक्ष्य के सामने केवल 107 रन पर ही सिमट गई थी।
भारत के लिए अब चार टेस्टों की सीरीज में बेंगलुरू टेस्ट बराबरी हासिल करने के लिहाज से अहम साबित होगा। ऐसे में पिच की इस बार भी अहम भूमिका रहने की उम्मीद है। वैसे नियमों के अनुसार मेजबान टीम अपने हिसाब से पिच तैयार कर सकती है।