नई दिल्ली। साल 2014 के आॅस्ट्रेलियाई दौरे पर महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली को टीम का कप्तान बनाया गया था। विराट कोहली ने यह जिम्मेदारी संभालने के बाद अपनी कप्तानी में भारत को लगातार छह टेस्ट सीरिज में जीत दिलाई, टेस्ट में नंबर एक टीम बनाया और 19 टेस्ट मैचों तक टीम इंडिया अपराजेय रही।
टेस्ट टीम की कप्तानी संभालने के बाद विराट कोहली का क्रिकेट के इस फॉर्मेट में प्रदर्शन भी लाजवाब रहा। यह दौर सफलता का था, लेकिन पुणे टेस्ट मैच में स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली आॅस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 333 रनों से हरा दिया और विराट कोहली की कप्तानी में भारत की यह अब तक की सबसे बड़ी हार थी।
इस हार से पहले विराट कोहली ने टेस्ट मैचों में कप्तान के रूप में कई सफलताएं दर्ज की, लेकिन, एक हार के साथ ही विराट कोहली कप्तान के रूप में एक ऐसा रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए, जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में आज तक सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी ही कर पाए हैं। महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी में भारत को आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ होम टेस्ट सीरिज में कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा।
4-0 से किया था क्लीन स्वीप
भारत ने धोनी की कप्तानी में आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ घर में खेले गए 8 टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की और एक भी मैच नहीं हारा। भारत ने धोनी की कप्तानी में आॅस्ट्रेलिया को 2008-09 और 2010-11 में खेली गई चार टेस्ट मैचों की होम सीरिज में 2-0 के अंतर से मात दी। वहीं, साल 2012-13 में भारत दौरे पर आई आॅस्ट्रेलियाई टीम को टेस्ट सीरिज में 4-0 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। इसी सीरीज में महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट मैचों में अपना इकलौता दोहरा शतक जड़ा था।