नई दिल्ली। इंग्लैंड के खिलाफ मैच से पहले विवादों में आए जम्मू कश्मीर के क्रिकेटर परवेज रसूल ने पहली बार च्वइंगम चबाने के मामले में चुप्पी तोड़ी। परवेज ने एक इंटरव्यू में अपना दुख जाहिर करते हुए कहा कि ऐसे विवाद कश्मीरियों के साथ ही क्यों जोड़े जाते हैं जो पहले ही तमाम मुश्किलों से जूझते हुए किसी तरह अपना मुकाम बनाते हैं। परवेज ने कहा कि हम उस स्टेट से आते हैं, जिसमें कोई राजी ही नहीं है। एक क्रिकेटर को क्रिकेट खेलने दो, बजाए कि उसे राजनीति में घुसाओ। मेरा लक्ष्य यही है कि मैं क्रिकेट खेलूं, उसपर ध्यान दूं, बाकी कोई कुछ बोलता है तो उसपर मैं ज्यादा ध्यान नहीं देता।
परवेज ने कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि ये चीजें हमारे (कश्मीरी ) के साथ होती हैं, एक प्लेयर है जो पूरी मेहनत करता है कि टॉप लेवल पर खेले लेकिन उसके साथ ऐसी चीजें लगानी और उसका दिमाग दूसरी ओर घुमाना, ये बहुत बुरी चीज है, और ये सबके साथ होता है। दंगल में एक लड़की ने काम किया तो उसके साथ भी हुआ जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए।
बता दें कि कानपुर के ग्रीन पार्क पर मैच शुरू होने के पहले राष्ट्रगान के समय परवेज रसूल कुछ चबाते देखे गए। उसके बाद से सोशल साइट्स पर च्यूइंगम चबाने का दावा किया गया। उनकी ये हरकत लाइव कैमरे में कैद हो गई और यह वीडिया सोशल साइट्स पर वायरल हुआ, तो परवेज की जमकर आलाचना हुई। गणतंत्र दिवस के दिन ऐसी हरकत होने से फैंस और ज्यादा गुस्से में आ गए और ट्विटर पर जमकर कमेंट्स किए। लोगों ने उनसे पूछा कि क्या राष्ट्रगान से अधिक महत्वपूर्ण था च्यूइंगम? लोगों ने बीसीसीआई और कप्तान कोहली से कार्रवाई की मांग की थी।