लंदन। इंग्लैंड के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज केविन पीटरसन ने हमवतन तेज गेंदबाज टाइमल मिल्स को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दसवें संस्करण की नीलामी में मिले 12 करोड़ रुपए पर तंज कसते हुए कहा है कि यह टेस्ट क्रिकेट के चेहरे पर एक थप्पड़ की तरह है।
नीलामी में गत वर्ष की उपविजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने मिल्स को 12 करोड़ रुपए में और राइंजिंग पुणे सुपरजाएंटस ने इंग्लैंड के ही आॅलराउंडर बेन स्टोक्स को 14.5 करोड़ रूपए में खरीदा है।
पीटरसन ने कहा- टेस्ट क्रिकेट के चेहरे पर कल एक और थप्पड़ लगा जब एक ट्वंटी-20 विशेषज्ञ इंग्लैंड टीम का सबसे अमीर खिलाड़ी बन गया। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि उनका बयान किसी के खिलाफ नहीं था बल्कि वह यह कहना चाहते थे कि टेस्ट क्रिकेट का दर्जा दिन ब दिन नीचे गिरता जा रहा है।
पूर्व क्रिकेटर ने कहा- इन सबके लिए मैं उनको दोष नहीं ठहरा रहा हूं। मैं यह देख रहा हूं कि ट्वंटी-20 क्रिकेट कितना तेजी से ऊपर उठ रहा है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि पैसों के आगे टेस्ट क्रिकेट काफी पीछे होता जा रहा है। आईसीसी को इसपर जल्द से जल्द से ध्यान देने की जरुरत है। हालांकि दिलचस्प है कि पीटरसन खुद भी काफी समय से आईपीएल का हिस्सा हैं।
पीटरसन ने मिल्स का बचाव करते हुए कहा कि वह ट्वंटी-20 के शानदार खिलाड़ी है और उन्हें चार साल पहले ही इंग्लैंड की टीम के लिए खेलना चाहिए था। मिल्स को चार साल पहले इंग्लैंड टीम ने आॅस्ट्रेलिया दौरे पर नेट अभ्यास के लिए इसलिए बुलाया था, ताकि वो मिशेल जॉनसन की तेजी का सामना करने के अभ्यस्त हो सकें।