दुबई। स्टार आॅलराउंडर शाहिद आफरीदी ने कड़े शब्दों में कहा है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) दागी खिलाड़यिों को भी वापसी का मौका दे रहा है और यदि ऐसा चलता रहा तो वह कभी भी मैच अको को नहीं रोक पाएगा। पाकिस्तान सुपर लीग (ट्वंटी-20) टूर्नामेंट में दो राष्ट्रीय टीम के खिलाड़यिों के भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने और उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित किए जाने के बाद एक बार फिर से पाकिस्तान क्रिकेट दागदार हुआ है।
आफरीदी ने पाकिस्तान के एक स्थानीय चैनल को दिए साक्षात्कार में इस पूरी घटना पर दुख जताते हुए कहा कि राष्ट्रीय बोर्ड को ही फिंक्सिंग रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। दुबई में पीएसएल में खेल रहे पूर्व कप्तान ने कहा - अभी तक पाकिस्तान में फिंक्सिंग हो रही है क्योंकि हमारा बोर्ड दागी खिलाड़यिों को वापिस राष्ट्रीय टीम में खेलने का मौका दे रहा है।
पाकिस्तानी लीग में खेल रहे शर्जील खान और खालिद लतीफ को पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी शाखा ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद टूर्नामेंट से अस्थायी तौर पर निलंबित कर स्वदेश भेज दिया है। साथ ही तीन और खिलाड़यिों से पूछताछ की गई है जिनमें मोहम्मद इरफान, जुल्फिकार बाबर और शाहजेब हसन शामिल हैं। हालांकि इन तीनों खिलाड़यिों को निलंबित नहीं किया गया है और ये अभी लीग में खेल रहे हैं। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) की भ्रष्टाचार रोधी शाखा भी पीसीबी की मदद कर रही है।
आफरीदी ने कहा - मैं पहले से ही कह रहा हूं कि पीसीबी को ही कदम उठाने होंगे। खिलाडि़यों के सामने बोर्ड को उदाहरण पेश करना होगा नहीं तो यह बुराई इस खेल से नहीं जा सकती है। मेरे हिसाब से तो यह इसीलिए हो रहा है क्योंकि आप दागियों को वापिस क्रिकेट में आने दे रहे हैं।
आफरीदी का इशारा मुख्य रूप से मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ जैसे खिलाड़यिों की तरफ था
जिन्हें इंग्लैंड में वर्ष 2010 में लार्ड्स टेस्ट में फिंक्सिंग का दोषी पाए जाने के बाद निलंबित किया गया था। पांच वर्ष के निलंबन के बाद आमिर की राष्ट्रीय टीम में वापसी हो गयी है। इसके अलावा तत्कालीन कप्तान सलमान बट भी इसमें जेल की सजा काट चुके हैं। अनुभवी क्रिकेटर ने साथ ही कहा कि इस बार शर्जील और खालिद को टीम में वापसी की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।