नागपुर। इंग्लैंड के खिलाफ पहले ट्वंटी-20 में अच्छी गेंदबाजी करते हुए दो विकेट झटकने वाले युवा भारतीय लेग स्पिनर युजवेन्द्र चहल ने कहा कि बड़े मैदानों पर आपके पास गेंद को फ्लाइट कराने का मौका होता है और दूसरे ट्वंटी-20 मैच में उनके पास यह मौका रहेगा।
मेहमान इंग्लैंड से पहला ट्वंटी-20 मुकाबला गंवा चुका भारत यहां रविवार को जामथा में विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में अपने दूसरे मुकाबले में उतरेगा तो उसके लिये यह मैच करो या मरो का होगा। इस मैच में हार के साथ ही टीम इंडिया सीरीज भी गंवा बैठेगी।
26 वर्षीय चहल ने मैच के पहले कहा कि जामथा स्टेडियम बड़ा है और यहां वह गेंदों को ज्यादा से ज्यादा फ्लाइट करा सकते हैं। छोटे मैदानों पर फ्लाइट गेंदों की पिटायी के मौके अधिक रहते हैं जबकि यहां वह बल्लेबाजों को भ्रमित कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, फ्लाइट गेंदे हमेशा से बल्लेबाज को असमंजस में डालती रही हैं। बल्लेबाज इस गेंदों को लेकर अनिश्चितता की स्थिति में रहता कि वह इस पर प्रहार करे या इसे छोड़े। बल्लेबाजों की यह असमंजस की स्थिति गेंदबाजों को विकेट लेने का मौका देती है।
चहल ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले ट्वंटी-20 में प्रभावी प्रदर्शन किया था और चार ओवर में मात्र 27 रन देकर दो विकेट लिए थे। चहल ने कहा, मुझे पूरी उम्मीद है कि बड़े शॉट्स लगाने की फिराक में मेहमान बल्लेबाज उनकी फ्लाइट गेंदों के चकमे में आकर अपने विकेट गंवायेंगे।