पुणे। वनडे मैचों की कप्तानी छोड़ने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने रविवार को अपना पहला खेला। धोनी ने भले ही कप्तानी छोड़ दी हो, लेकिन टशन अब भी बरकरार हैं। भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पहले वनडे मुकाबले में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की। इस मैच में भले ही कप्तानी विराट कोहली के हाथों में थी लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया जब धोनी ये भूल गए की वो अब कप्तान नहीं हैं।
यह हुआ मैच में...
मैच में ऐसा ही कुछ देखने को मिला, जब वो भूल गए कि वो अब भारत के कप्तान नहीं रहे। इंग्लैंड की पारी के 27वां ओवर चल रहा था, हार्दिक पंड्या ने जब अपनी आखिरी गेंद फेंकी तो वो बल्ले को छूते हुए विकेटकीपर धोनी के दस्तानों में जा पहुंची। धोनी ने अंपायर से आउट की अपील की, लेकिन अंपायर द्वारा अपील को खारिज कर दिया गया।
इसके बाद धोनी भूल गए कि वो कप्तान नहीं हैं और उन्होंने इसके तुरंत बाद अंपायर से डीआरएस मांग लिया, क्योंकि ऐसा करना कप्तान के हाथ में होता है। दूसरे ही पल धोनी ने विराट की ओर देखा और उन्हें डीआरएस लेने को कहा। धोनी के कहने पर कोहली ने तुरंत डीआरएस ले लिया। यह फैसला भारत के पक्ष में गया और थर्ड अंपायर द्वारा फील्ड अंपायर को फैसला बदलकर मोर्गन को आउट देने को कहा, तब जाकर फील्ड अंपायर ने मोर्गन को आउट दिया। हालांकि धोनी के इस फैसले हर कोई हैरान जरूर रह गया।
DRS से ज्यादा मुझे धोनी पर भरोसा
वहीं, मैच जीतने के बाद विराट कोहली ने कहा की मुझे डीआरएस से ज्यादा धोनी पर भरोसा है। विराट ने कहा- मैं कप्तानी करूंगा तो मेरा अपना तरीका और तैयारियां रहेंगी, लेकिन धोनी की सलाह मेरे लिए सबसे ऊपर और सबसे बेशकीमती रहेगी। कोहली ने कहा- मैंने धोनी से काफी कुछ सीखा है। लेकिन, एक बात जो सबसे ज्यादा जरूरी है, वो है बैलेंस। धोनी हमेशा ये जानते थे कि कब अपने प्लान को लेकर अग्रेसिव रहना है। उन्हें ये भी पता रहता था कि जब अपोजिशन हम पर अटैक कर रहा हो, तो हालात को कैसे संभाला जाए। धोनी की सक्सेज का ये सबसे बड़ा कारण है।