राजकोट। भारतीय क्रिकेट टीम के कोच अनिल कुंबले ने कहा है कि टीम काफी समय बाद पांच मैचों की टेस्ट सीरिज खेल रही है और इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरिज को लेकर टीम पूरी तरह से तैयार है। भारत 29 साल बाद अपनी सरजमीं पर पांच मैचों की टेस्ट सीरिज खेल रहा है, जिसका पहला मैच 9 नवंबर से शुरू होगा।
कुंबले ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरिज के लिए तैयारी करने का ज्यादा मौका नहीं मिला। न्यूजीलैंड सीरिज के बाद सिर्फ चार-पांच दिन का ही समय मिला। हम काफी समय के बाद पांच मैचों की टेस्ट सीरिज खेल रहे हैं और इसकी तैयारियों को लेकर हम संतुष्ट हैं। कोच ने कहा कि कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने से निराशा हुई है, लेकिन यह सब खेल का एक हिस्सा है।
रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरिज में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन अब चोट की वजह से उनका बाहर होना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम चाहते हैं कि इस लंबी सीरिज में टीम अच्छा प्रदर्शन करे। इसके अलावा वे खिलाड़ी भी शानदार प्रदर्शन करें, जिन्हें अन्य खिलाड़ियों की जगह पर टीम में शामिल किया गया है। हमने हाल ही में टेस्ट में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और मैं चाहता हूं कि खिलाड़ी अपने इस प्रदर्शन को यहां भी जारी रखे।
अभी तय नहीं टीम संयोजन
कोच कुंबले ने कहा कि पहले टेस्ट को लेकर अभी हमने कोई टीम संयोजन तय नहीं किया है। हार्दिक पंड्या के टीम से जुड़ने के साथ ही हमारे पास काफी विकल्प हैं। राजकोट में हम पहली बार टेस्ट मैच खेलेंगे। हमने इससे पहले वनडे और टी-20 खेले हैं। हमें यह पता नहीं है कि टेस्ट में यह विकेट कैसी खेलती है।
पहले टेस्ट मैच को लेकर टीम को अंतिम रूप देने के लिए अभी हमारे पास कुछ दिन बचे हैं। कुंबले ने चोट से उबर रहे खिलाड़ियों के लिए एक खास नियम बनाया है। नियम के मुताबिक ऐसे खिलाड़ियों के नाम पर तभी विचार किया जाएगा जब वो घरेलू क्रिकेट खेल कर अपनी फिटनेस और फॉर्म दोनों साबित करेंगे।
बीते समय में ऐसे कई उदाहरण रहे हैं जब खिलाड़ी गंभीर चोट के बाद तेजी से वापसी के चक्कर में चोटिल हो गए। रोहित शर्मा, केएल राहुल, शिखर धवन और भुवनेश्वर कुमार ऐसे खिलाड़ियों का ताजा उदाहरण है। कुंबले को ये भी लगता है कि इन हालातों में खिलाड़ियों के साथ बातचीत करना भी बेहद अहम है, क्योंकि इससे उनका आत्मविश्वास तो बढ़ेगा ही, उनकी वापसी की उत्सुकता को समझा जा सकेगा।