मुंबई। दुनिया की जानी-मानी खेल सामग्री निर्माता कंपनी नाइकी ने भारतीय क्रिकेट टीम के आधे से ज्यादा खिलाड़ियों को करारा झटका दिया। इस कंपनी द्वारा खत्म किए अनुबंध के चलते इन क्रिकेटर्स के बल्ले पर इस कंपनी का स्टीकर/विज्ञापन नजर नहीं आ रहा है।
इस कंपनी ने भारतीय क्रिकेटर्स जैसे अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के साथ अनुबंध का नवीनीकरण नहीं किया। मनीष पांडे, अक्षर पटेल और उमेश यादव के बल्ले पर न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे क्रिकेट सीरिज के दौरान इस कंपनी का विज्ञापन नजर नहीं आया। न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरिज के दौरान इनका बल्ला बिना किसी विज्ञापन के नजर आया। वैसे केदार जाधव के बल्ले पर नाइकी का विज्ञापन दिख रहा था।
भारत में दिग्गज क्रिकेटरों के बल्ले पर विज्ञापन देना महंगा रहता है। विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गजों के बल्ले पर विज्ञापन के लिए कंपनियों को 7 से 10 करोड़ रुपए खर्च करना पड़ते हैं। नाइकी इंडिया को 2014-15 में करीब 500 करोड़ का नुकसान हुआ है, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। वैसे नाइकी भारतीय क्रिकेट टीम के किट के प्रायोजन के लिए बीसीसीआई को 60 करोड़ रुपए सालाना देती है।