नई दिल्ली। पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को लगता है कि अगर लोकेश राहुल टी-20 में पांचवें नंबर पर कुछ दफा विफल हो जाते हैं तो भारतीय टीम प्रबंधन उन्हें इस स्थान पर बरकरार नहीं रखेगा। उन्होंने कहा कि लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के युग में होता था, जब हर किसी को पर्याप्त मौके दिए जाते थे। केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले दोनों वनडे मैचों में बल्ले का कमाल दिखाया और विकेट के पीछे भी बेहतर प्रदर्शन किया। राजकोट में खेले गए दूसरे वनडे मैच में राहुल 5वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे और उन्होंने अच्छा परफॉर्म किया था।
पूर्व धाकड़ बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने 'क्रिकबज' से कहा, 'अगर लोकेश राहुल पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए चार बार विफल रहता है तो मौजूदा भारतीय टीम प्रबंधन उनका स्थान बदलने की कोशिश करेगा। हालांकि, धोनी के साथ ऐसा नहीं होता था, जो जानते थे कि खिलाड़ियों का ऐसे हालात में समर्थन करना कितना अहम होता है क्योंकि वह खुद इस मुश्किल दौर से गुजरे थे।'
सहवाग ने कहा कि जब धोनी कप्तान थे तो टीम चयन में थोड़ी स्पष्टता रहती थी। उन्होंने कहा, 'जब महेंद्र सिंह धोनी कप्तान थे तो बल्लेबाजी इकाई में हर खिलाड़ी के स्थान के संबंध में काफी स्पष्टता रहती थी। वह प्रतिभा का पारखी थे और उन्होंने उन खिलाड़ियों को पहचाना, जो भारतीय क्रिकेट को आगे लेकर गए।'