मुंबई। टीम इंडिया के कप्तान ने उस बात से पर्दा उठाया है कि उन्हें शाकाहारी बनने से क्या फायदे हुए हैं। कप्तान विराट कोहली ने खुद यह बात मानी है कि 2016 में मीट छोड़ने का उनका फैसला सबसे बेस्ट था ।उन्होंने बताया कि शाकाहारी बनने के बाद उन्हें सबसे ज्यादा अच्छा महसूस हुआ। विराट कोहली ने हाल ही इटंरव्यू में बताया कि पिछले डेढ़ साल से वे शाकाहारी हैं। इससे पहले भी मैं सिर्फ वह मीट खाता था मेरे लिए ठीक था।
मेरे ख्याल से जनवरी 2016 से आईपीएल के अंत तक यानि जब हमने टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत की थी उस दौरान हम सिर्फ 5 से 6 महीने क्रिकेट खेलते थे।इस दौरान मैंने लिफ्ट करना शुरु किया। ऐसे में मैं काफी ज्यादा लाल मांस खाता था। यही नहीं कप्तान कोहली ने इस दौरान टीम इंडिया के पूर्व फिटनेस ट्रेनर शंकर बासु को भी श्रेय दिया,जिन्होंने उन्हें उनके शरीर को समझने मदद की।
साथ ही बासु ने विराट के साथ काफी बिताया और उनकी बॉडी के बारे में भी बताया। विराट ने आगे बताया कि इसलिए मैं एक बहुत हीआक्रामक एथलीट बना और मैं पावर गेम वास्तव में अच्छी तरह से खेल पा रहा था।गौर किया जाए तो हाल ही के समय में देखा गया है कि कप्तान विराट कोहली ने शाकाहारी बनाकर क्रिकेट के मैदान पर काफी तहलका मचाया है और आगे भी यह उम्मीद की जाती है।