चंडीगढ़। भारत की प्रमुख कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनी ऊषा इंटरनेशनल के सहयोग से ऊषा दिव्यांग क्रिकेट लीग के पांचवें संस्करण का आयोजन आज से शुरु हो गया। ऊषा इंटरनेशनल ने खेलकूद के माध्यम से युवाओं का जीवनस्तर बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए ऑल इंडिया क्रिकेट एसोसिएशन फॉर दि डीफ और डीफ क्रिकेट फेडरेशन के साथ अपना सहयोग बरकरार रखा। चंडीगढ़ में दिव्यांग क्रिकेटर्स के लिए इस तीन दिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन प्रिंसिपल कमिश्नर आशुतोष बरनवाल, स्पोर्ट्स सेक्रेटरी के.के. यादव द्वारा किया गया।
यह टूनामेंट 26 से 29 नवंबर 2019 तक आयोजित किया जाएगा। इसमें देश-विदेश के 160 दिव्यांग क्रिकेटर तीन श्रेणियों - श्रव्य बाधित, दृश्य बाधित और व्हीलचेयर कैटेगरी में हिस्सा लेंगे। 2013 से शुरू की गई लीग के पहले तीन संस्करणों में केवल सुनने में अक्षम एथलीटों ने ही भाग लिया था। लीग के चौथे संस्करण में व्हील चेयर पर बैठे और दृष्टिबाधित दिव्यांगों के लिए एग्जिबिशन मैच खेले गये थे। इस वर्ष अमेरिका, ब्रिटेन, कोरिया और जर्मनी में दिव्यांगों के क्रिकेट मैचों के आयोजन से जुड़े अधिकारी दिव्यांग क्रिकेट लीग के मैचों को देखने आएंगे। यह अधिकारी लीग के अगले संस्करण में अपने देशों के खिलाड़यिों को शामिल करने के संबंध में आधिकारिक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।
लीग के पांचवे संस्करण में चार व्हील चेयर टीम और 2 दृष्टिबाधित टीमें भाग लेंगी। इसके अलावा इस लीग में आठ श्रव्य बाधित टीम भी भाग लेंगी। पांचवें ऊषा दिव्यांग क्रिकेट लीग की आठ टीमों में साइलेंट हीरोज 11, डीफ वारियर्स, सतलुज, चेनाब, व्यास, रावी, झेलम और एआईसीएडी 11 आदि टीमें शामिल हैं। ऑल इंडिया क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ डीफ के सीईओ पदम पस्सी ने कहा, ‘‘इस लीग के आयोजन का लक्ष्य समग्रता की भावना को प्रोत्साहित करना है और क्रिकेट का मजा लेने के लिए और इसमें अपने लिए मुकाम बनाने के लिए दिव्यांग क्रिकेटरों को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करना है। दिव्यांगों को भी क्रिकेट के खेल का लुत्फ उठाने का समान अधिकार है। हम ऊषा के बहुत आभारी हैं।