मुंबई। 22 नवंबर को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में भारतीय क्रिकेट टीम और बांग्लादेश क्रिकेट टीम के बीच पहला डे-नाइट टेस्ट मैच खेला जा रहा है। ये मैच भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सुनहरा अध्याय जोड़ दिया। भारत के इस पहले डे-नाइट टेस्ट मैच को और भी यादगार बनाने के लिए तमाम बड़ी हस्तियां इस मैच की गवाह रही।
बीसीसीआई के प्रेसिडेंट सौरव गांगुली ने भारत के पहले डे-नाइट टेस्ट मैच को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने इस खास मौके पर 2001 में ऑस्ट्रेलिया को ईडन गार्डन्स में हराने वाली टीम के मुख्य सदस्यों को इनवाइट किया था। जिसमें हरभजन सिंह, अनिल कुंबले, वीवीएस लक्ष्मण इस मैच में शामिल रहे।
दिग्गजों ने डे-नाइट टेस्ट के मौके पर बात करते हुए कई पुरानी यादें ताजा की. इसी बीच हरभजन सिंह-सचिन तेंदुलकर ने अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए सचिन ने कहा, 'जब पहली बार हरभजन सिंह से मेरी मुलाकात हुई थी तो वह मोहाली का मैदान था, जहां टीम इंडिया अपना एक मैच खेलने के लिए गई थी। मैच से पहले नेट सेशन चल रहा था और पंजाब का यह बोलर मुझे स्पिन गेंद से प्रैक्टिस के लिए बोलिंग कर रहा था। ऐसा कई बार हुआ लेकिन मुझे समझ नहीं आया।
कई सालों बाद जब भज्जी भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल हो गए. तब भज्जी ने ही इस बात का खुलासा किया कि आखिर उस पहली ही मुलाकात में क्या 'मिसअंडरस्टैंडिंग' हुई थी। भज्जी ने कहा, मैंने सचिन को उस लम्हे को याद दिलाया, तब उनकी समझ में आया कि आखिर वह क्या माजरा था? भज्जी ने सचिन को देखते-देखते खुद ही समझा कि सचिन तेंदुलकर उन्हें अपने पास बुलाते नहीं थे दरअसल, बैटिंग के लिए अपना गार्ड लेने से पहले वह हेल्मेट सेट करने के लिए अपने सिर को झटकते थे। हर बार सचिन ऐसा करते थे और हर बार भज्जी बोलिंग छोड़कर सचिन के पास आ जाते थे।