मुंबई। भारात और बांग्लादेश के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच इतिहास रचने वाला है...क्योंकि यह डे-नाइट टेस्ट मैच होगा जहां गुलाबी गेंद से दोनों टीमों की परीक्षा होंगी। गुलाबी गेंद का अनुभव नया है, ऐसे में अभ्यास भी कुछ अलग तरह का होना चाहिए। आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर बांग्लादेशी टीम किस चीज को लेकर खौफ में है जिसकी वजह से उनके अभ्यास का ढंग भी बदला-बदला सा है। दरअसल, दूसरा टेस्ट मैच में कोलकाता के इडेन गार्डन स्टेडियम पर होने वाला है और इस मैच का काफी हिस्सा फ्लड लाइट्स में खेला जाएगा इसलिए बांग्लादेशी टीम अपने अभ्यास में ड्यू (ओस) फैक्टर से बचने की तैयारी कर रही है।
शाम के समय मैदान पर ओस का असर साफ नजर आएगा और गुलाबी गेंद पर इसका असर कैसा पड़ने वाला है इसके लिए बांग्लादेशी टीम गेंद को पानी में डुबोने के बाद गीली गेंद से अभ्यास करने में जुटी है। कोलकाता और बांग्लादेश के मौसम में इतना फर्क नहीं होता है इसलिए बांग्लादेशी टीम गुलाबी गेंद से उन सभी चीजों का अभ्यास करने की तैयारी में है जो उनके लिए चुनौती बन सकती हैं।
मेहमान टीम ने इसकी तैयारी इंदौर में ही शुरू कर दी थी क्योंकि वो कोलकाता पहुंचने तक का इंतजार नहीं करना चाहते थे। टीम के ऑलराउंडर मेहदी हसन ने इसका खुलासा किया और बताया कि टीम किन बातों को लेकर चिंता में है। मेहदी हसन ने कहा कि कुछ दिन तक तेज गेंदबाज गेंद को गीला करने के बाद ही अभ्यास करते रहेंगे। मुझे लगता है हम कुछ दिन में इसके हिसाब से खुद को ढाल लेंगे।
मेहदी हसन ने ये भी बताया कि जब उन्होंने गुलाबी गेंद के सामने बल्लेबाजी की तो उन्होंने क्या फर्क देखा। उन्होंने कहा मैंने गुलाबी गेंद के खिलाफ बल्लेबाजी की। ये बाउंस खाने के बाद काफी तेजी से निकलती है। मुझे लगता है कि ये थोड़ी ज्यादा स्विंग लेती है। पिंक बॉल हमारे लिए नया अनुभव है। हमें इसके साथ बल्लेबाजी करने का ज्यादा समय नहीं मिला है लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं कि इसके साथ जितना ज्यादा अभ्यास किया जा सके।