लखनऊ। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ ने दिव्यांग क्रिकेट प्रतिभाओं को निखारने की अनूठी पहल की है जिसके तहत संघ दिव्यांग क्रिकेटरों की चैंपियनशिप को अपने कलेंडर में शामिल करने के साथ हुनरमंद दिव्यांगो को गोद भी लेगा। यूपीसीए की सोमवार को लखनऊ में हुयी अहम बैठक में यह निर्णय लिया गया। संघ के सचिव युद्धवीर सिंह ने यूनीवार्ता को बताया कि अब मूक-बधिर, दृष्टिबाधित और दृष्टिहीन क्रिकेटरों को यूपीसीए गोद लेगा और उनकी प्रतिभा को निखारेगा। इसके लिये जिला क्रिकेट संघों से दिव्यांगों की क्रिकेट प्रतियोगिताएं आयोजित कराने वाले आयोजकों को आमंत्रित करने को कहा गया है। उनकी एक कमेटी बनायी जाएगी जिन्हे यूपीसीए सहयोग देगा और धीरे-धीरे दिव्यांग क्रिकेट प्रतियोगिताओं को अपने कैलेंडर में शामिल करेगा।
सिंह ने बताया कि इसके अलावा यूपीसीए के नये सत्र से महिलाओं की भी चैलेंजर प्रतियोगिता हर साल आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इसे एसोसिएशन के कैलेंडर में शामिल कर लिया गया है। बैठक में हाल में वीनू मांकड अंडर-19 प्रतियोगिता जीतने वाली उत्तर प्रदेश की टीम को 10 लाख रुपये देने का निर्णय भी लिया गया। उन्होने बताया कि यूपीसीए के सीईओ के चयन की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। इसके लिये शीघ्र ही विज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद में स्टेडियम बनाने के लिये वायुसेना से अनापत्ति शनिवार को मिल गयी है। अब वहां स्टेडियम निर्माण का काम जलद शुरू होगा।