बेंगलुरू। खराब फॉर्म के कारण टीम इंडिया ये बाहर किए गए सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने शनिवार को विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार शतक जड़ा और अपनी टीम कर्नाटक को केरल के खिलाफ 60 रनों से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए इस मैच में कनार्टक ने पहले बल्लेबाजी करते हुए केएल राहुल की 131 रनों की शानदार पारी के दम पर 49.5 ओवरों में 294 रन बनाए। राहुल के बाद कनार्टक के गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए केरल को 46.4 ओवरों में 234 रनों पर ऑल आउट कर दिया। केरल के लिए हालांकि सलामी बल्लेबाज विष्णु विनोद और संजू सैमसन ने संघर्ष किया लेकिन दोनों टीम की जीत नहीं दिला पाए।
कर्नाटक के गेंदबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया तथा केरल के सलामी बल्लेबाज विष्णु विनोद के 104 रन के बावजूद उसकी टीम 234 रन पर आउट हो गई। संजू सैमसन ने 67 रन बनाए। केरल के बाकी बल्लेबाज जैसे कप्तान रोबिन उथप्पा, विनूप मनोहरन, सचिन बेबी नाकाम रहे जो केरल को महंगा पड़े। कर्नाटक की तरफ से रोनित मोरे ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए। कर्नाटक की यह इस टूर्नामेंट में दूसरी जीत है।
शतक लगाने के बारे में केएल राहुल ने बताया कि वह बड़ी पारी खेलना चाहते थे। उन्होंने ईएसपीएनक्रिकइंफो को बताया, 'एक बार जब मैं सेट हो गया तो मैं देर तक रूकना चाहता था क्योंकि हमारे पास केवल 5 विशेषज्ञ बल्लेबाज थे और 3 ऑलराउंडर थे। मेरा इरादा 40-45 ओवर तक खेलना था और मैं इससे चिपके रहना चाहता था। मैं अपने शॉट सलेक्शन पर संयम रखना चाहता था और विकेट पर समय बिताना चाहता था। काफी समय से मैं पिच पर लंबे वक्त तक नहीं रूका था।