विजयनगरम। टेस्ट एकादश में जगह बनाने की जुगत में लगे सीमित ओवरों की क्रिकेट के बेताज बादशाह रोहित शर्मा और तेज गेंदबाज उमेश यादव दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुरूवार से यहां डा. पीवीजी राजू एसीए स्पोर्ट्स काम्पलैक्स में होने वाले तीन दिवसीय अभ्यास मैच में अंतिम एकादश के लिये अपनी दावेदारी पुख्ता करने उतरेंगे। रोहित को इस मुकाबले में बोर्ड अध्यक्ष एकादश की कप्तानी सौंपी गयी है। पिछले कुछ समय से भारतीय ओपनरों की नाकामी को लेकर और युवा ओपनर पृथ्वी शॉ के डोपिंग प्रतिबंध के कारण आठ महीने तक मैदान से बाहर होने के चलते टीम इंडिया ओपनर की तलाश कर रही है।
विश्वकप में पांच शतक लगाने वाले रोहित कई वर्षा से टेस्ट टीम में अपनी जगह पुख्ता नहीं कर सके हैं और यह अभ्यास मैच उन्हें मौका देता है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो अक्टूबर से विशाखापत्तनम में होने वाले पहले टेस्ट में वह अंतिम एकादश के लिये अपनी दावेदारी पेश करेंगे। रोहित ने अपना वनडे करियर 2007 में शुरू किया था जबकि उनका टेस्ट करियर 2013 में जाकर शुरू हो पाया। वर्ष 2013 से अब तक लगभग छह साल के टेस्ट करियर में रोहित ने मात्र 27 टेस्ट खेले हैं जिनमें उन्होंने तीन शतकों और 39.62 के औसत से 1585 रन बनाये हैं। इसके मुकाबले 218 वनडे में उन्होंने 27 शतक और 48.52 के औसत से 8686 रन बनाये हैं।
सीमित ओवरों के उपकप्तान रोहित ने अपना आखिरी टेस्ट दिसंबर में मेलबोर्न में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। वेस्टइंडीज के दो टेस्ट के दौरे में रोहित भारतीय टीम में शामिल थे लेकिन उन्हें किसी भी टेस्ट में खेलने की जगह नहीं मिल सकी। टेस्ट टीम से लोकेश राहुल को बाहर कर युवा बल्लेबाजÞ शुभमन गिल को टेस्ट टीम में जगह मिली है। इसलिये रोहित को टेस्ट एकादश में जगह बनाने के लिये गिल के साथ कड़ा मुकाबला करना है। अभ्यास मैच में एक शानदार प्रदर्शन ही उन्हें टेस्ट टीम में जगह दिला सकेगा। रोहित खुद भी इस अभ्यास मैच की अहमियत को समझते हैं और शानदार प्रदर्शन करने के लिये बेताब होंगे।