मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। सोमवार को मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में युवराज ने अपने संन्यास की घोषणा की। पिछले कुछ वर्षों से टीम इंडिया के प्लेइंग-11 से दूर रहा यह खिलाड़ी वर्ष 2011 के विश्व कप मुकाबलों में अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए याद किया जाता है। युवराज ने रविवार को ही क्रिकेट छोड़ने का संकेत दिया था। इसी क्रम में बताया गया था कि वे सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस खेल को छोड़ने की घोषणा कर सकते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने संन्यास की घोषणा करते हुए युवराज सिंह काफी भावुक हो गए थे।
12 दिसंबर 1981 को चंडीगढ़ में जन्मे युवराज सिंह ने पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच केन्या के खिलाफ नैरोबी में 3 अक्टूबर 2003 को खेला था। हालांकि इस मैच में युवराज सिंह को खेलने का मौका नहीं मिल पाया था। वहीं उन्होंने वनडे करियर का अपना आखिरी मैच दो साल पहले 2017 में कोलकाता में इंग्लैंड के विरुद्ध खेला था। इस मैच में युवराज ने 55 गेंदों में 39 रनों की पारी खेली थी।
युवराज सिंह ने वनडे क्रिकेट में आगाज करने के 3 साल बाद टेस्ट में पदार्पण किया था। पंजाब के मोहाली में वर्ष 2003 में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए मैच से अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। इसके अलावा टी-20 क्रिकेट में युवराज ने 2007 में अपने कदम रखे थे। फटाफट क्रिकेट में 6 गेंदों पर लगातार छह छक्के मारने का कारनामा करने वाले युवराज सिंह अपनी तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं।
युवराज सिंह ने अपने करियर में 304 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने कुल 8701 रन बनाए। 15 साल से ज्यादा के अपने करियर में युवराज ने वनडे और टेस्ट में कुल 17 शतक और 63 अर्द्धशतक बनाए। यूवी ने वनडे के मुकाबले सिर्फ 40 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उनके बल्ले से कुल 1900 रन निकले।