नई दिल्ली। नए कारोबार में रही तेजी के दम पर देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में मार्च में बढ़ोतरी दर्ज की गई और इसका निक्की इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी सूचकांक बढ़कर 50.3 पर पहुंच गया। इससे पहले फरवरी में सूचकांक 47.8 रहा था। इसका 50 से ऊपर रहना गतिविधियों में तेजी और इससे नीचे रहना गिरावट दिखाता है जबकि 50 स्थिरता का द्योतक है। निक्की द्वारा आज यहाँ जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल जुलाई के बाद गत मार्च में कारोबारी धारणा सबसे मजबूत रही है और कंपनियों ने जून 2011 के बाद सबसे अधिक तेजी से नई भर्तियां की हैं। लागत मूल्य में भी हल्की गिरावट रही है जिससे उत्पादों की कीमत भी घटी है। कंपनियों के मुताबिक विनिर्माण क्षेत्र में नये कारोबार में लगातार पांचवें माह तेजी रही है।
निक्की के लिए रिपोर्ट तैयार करने वाली एजेंसी आईएचएस मार्किट की आशना दोधिया ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा मांग आने से तिमाही के अंत में भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियां स्थिर हुई हैं। अर्थव्यवस्था को औपचारिक रूप देने के भारत सरकार के प्रयास रोजगार वृद्धि में लक्षित हो रहे हैं। जून 2011 के बाद पहली बार रोजगार सृजन में इतजी तेज बढोतरी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार गत साल जुलाई में वस्तु एवं सेवा के लागू होने के बाद पहली बार सेवा क्षेत्र में धारणा इतनी मजबूत हुई है। मांग में बढोतरी के अनुमान को इस सकारात्मकता की मुख्य वजह माना जा रहा है।