न्यूयॉर्क। अमेरिका के आपात भंडार से कच्चा तेल खरीदने वाली तीन कंपनियों ने इसमें जहरीले रसायन हाइड्रोजन सल्फाइड (एच2एस) की अधिक मात्रा पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि यह पाइपलाइन और तेल शोधक संयंत्रों को क्षति पहुंचा सकता है।
ऊर्जा विभाग के ईमेल और शिपिंग दस्तावेजों की समीक्षा से यह बात सामने आयी है कि रॉयल डच शेल कंपनी, ऑस्ट्रेलिया के मैककैरी समूह और पेट्रोचीन कंपनी लिमिटेड की इकाई पेट्रोचीन इंटरनेशनल ने पिछले साल अमेरिका के रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार (एसपीआर) से कच्चा तेल खरीदा था। इस भंडार का इस्तेमाल आपात स्थिति में किया जाता है, लेकिन एच2एस की अधिक मात्रा इसे अनुपयोगी बना देगी। रिफाइनरी को इसे इस्तेमाल लायक बनाने में अधिक समय और धन खर्च करना पड़ेगा। दुनिया का सबसे बड़ा सरकारी तेल भंडार अमेरिका में है जिसमें अभी 66.5 करोड़ बैरल कच्चा तेल है।
कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस में एच2एस प्राकृतिक रूप से पाया जाता है, लेकिन तेल उत्पादक इसे हटाकर ही खरीदारों को उत्पाद बेचते हैं। एच2एस का उच्च स्तर कारखानों के कलपुर्जे और पाइपलाइन को नुकसान पहुंचाता है और यह गैस अवस्था में इंसानों के लिए जानलेवा है।
उल्लेखनीय है कि अधिकतर देश तेल भंडार रखते हैं ताकि प्राकृतिक आपदा और युद्ध आदि के कारण आपूर्ति बाधित होने पर उनके पास कच्चे तेल की कमी न हो। अमेरिका का ऊर्जा विभाग कच्चे तेल के भंडार की देखरेख करता है और समय-समय पर भंडार से कुछ तेल बेचता रहता है।