न्यूयार्क। विफल रिण सौदे पर सहारा के साथ वाक्युद्ध के बीच अमेरिका की कंपनी मिराक ने बुधवार को कहा कि उसने सौदे की जांच-पड़ताल से संबद्ध पूरा 26.25 लाख डॉलर का शुल्क भारतीय समूह को लौटा दिया है लेकिन वह समूह के तीन होटलों की पूरी खरीदारी के लिए 2.05 अरब डॉलर की पेशकश करना चाहती है।
भारतीय मूल के कारोबारी सारांश शर्मा के संचालन में चलने वाली मिराक कैपिटल ने कहा कि भारतीय समूह ‘‘अनिच्छुक विक्रेता’’ बना हुआ है। जेल में बंद सहारा समूह सुब्रत राय को रिहा कराने के लिए सहारा के प्रयासों के संकट मोचक के रूप में मिराक उभर कर आई थी लेकिन 2.05 अरब डॉलर का उसका वित्तपोषण सौदा ‘‘फर्जी पत्र’’ विवाद में फंस गया।
एक बयान में मिराक ने कहा कि उसने 26.25 लाख डॉलर सेबी-सहारा फंड को भेज दिया। साथ ही सहारा समूह को कर्ज देने का प्रस्ताव समाप्त कर दिया है। इस कर्ज में विदेशों में स्थित समूह के तीन होटलों - न्यूयार्क स्थित द प्लाजा और ड्रीम डाउनटाउन तथा लंदन स्थित ग्रोजवेनोर हाउस के लिए सहारा समूह की ओर से बैंक आॅफ चाइना से लिए गए कर्जों का हस्तांतरण निवेशकों के नए समूह को किया जाना शामिल था।