मुंबई। किंगफिशर एयरलाइंस के लिए लिए गए लोन की कुल बकाया राशि नौ हजार करोड़ रुपए नहीं चुकाने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से आयोजित किंगफिशर हाउस की नीलामी में किसी ने बोली नहीं लगाई। एसबीआई ने इसके लिए ऑनलाइन नीलामी शुरू की थी, जिसके लिए कोई बोली नहीं मिली। मुंबई के विले पार्ले स्थित इस 17,000 वर्ग फुट के बंगले की बोली एसबीआईकैप्स ट्रस्टी की ओर से आयोजित की गई।
माल्या के किंगफिशर हाउस की ई-नीलामी की गई। बैंक ने इस प्रॉपर्टी का बेस प्राइस 150 करोड़ रुपये रखा था। गौर हो कि विजय माल्या पर बैंकों का करीब 9 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। संकटग्रस्त उद्योगपति विजय माल्या के स्वामित्व वाली बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइन्स के ऋणदाताओं ने गुरुवार को विमानन कंपनी के मुख्यालय- किंगफिशर हाउस की नीलामी शुरू की जो यहां घरेलू हवाईअड्डे के पास स्थित है।यह नीलामी वित्तीय परिसंपत्तियों के प्रतिभूतीकरण एवं पुनर्गठन तथा प्रतिभूति हित प्रवर्तन कानून (सरफेसी), 2002 के तहत की गई।
इस संपत्ति पर फरवरी 2015 में भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में 17 बैंकों ने कब्जा किया था ताकि विमानन कंपनी को दिए गए 9000 करोड़ रपये के ऋण की वसूली हो सके। भारी-भरकम नुकसान और देनदारी के बोझ के कारण विमानन कंपनी को 2012 में बंद कर दिय गया था। ऋणदाताओं की ओर से 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की ऋण वसूली की कोशिश तेज होने के बीच विमानन कंपनी के संस्थापक और मुख्य प्रवर्तक माल्या ने इस महीने देश छोड़ दिया है। हाल में प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल सीबीआई द्वारा दायर प्राथमिकी के आधार पर माल्या और अन्य के खिलाफ मनी लांडरिंग का मामला दर्ज किया है।