नई दिल्ली। विदेशी कंपनियों के बहिष्कार का आह्नान करने वाली बाबा रामदेव की 'स्वदेशी' कंपनी पतंजलि आयुर्वेद अब वैश्विक स्तर पर कारोबार के लिए विदेशी कंपनियों के साथ हाथ मिलाने की तैयारी कर रही है। योगगुरु बाबा रामदेव वाली पतंजलि कंपनी के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि 3-4 विदेशी कंपनियां ऐसी हैं जिन्होंने पतंजलि से अंतरराष्ट्रीय करार करने की पेशकश की हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी करारों पर हमारी नजर है। उनके मुताबिक किसी कंपनी को सिर्फ इसलिए नकारा नहीं जा सकता कि वो बहुराष्ट्रीय है। एक मीडिया हाउस से बातचीत में आचार्य बालकृष्ण की तरफ से दिया गया ये बयान काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि पतंजलि ने खुद को एक स्वदेशी ब्रांड के रूप में भारत में स्थापित किया हुआ है ऐसे में खुद पतंजलि का विदेशी कंपनियों से करार करने की बात अचरज भरा है।
मीडिया हाउस से बातचीत में आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि जब तक पतंजलि की वैल्यू के साथ छेड़छाड़ नहीं होती किसी कंपनी को इसलिए नकारा नहीं जा सकता है, क्योंकि वह एक मल्टी नैशनल कंपनी है। उल्लेखनीय है कि पतंजलि के आयुर्वेद प्रॉडक्ट रेंज बाजार हिस्सेदारी में कमी आई है। साबुन, बालों में लगाने वाले तेल, सर्फ और नूडल्स की बिक्री जुलाई 2018 से जुलाई 2019 के बीच घटी है। बालकृष्ण ने कहा कि हम कंपनियों की तरफ पेश किए गए प्रस्तावों पर विचार कर रहे हैं। मालूम हो कि लग्जरी सामान बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी एलएमवीएच ने पिछले साल जनवरी में पतंजलि आयुर्वेदिक लिमिटेड में हिस्सेदारी खरीदने को लेकर रुचि दिखाई थी।