नई दिल्ली। मांग घटने के कारण मौजूदा वर्ष के अगस्त में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक 1.1 प्रतिशत की गिरावट में रहा है। सरकार के शुक्रवार को यहां जारी आंकड़ों में बताया गया कि हालांकि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अगस्त 2019 तक की अवधि में आईआईपी में 2.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आंकडों के अनुसार अगस्त 2018 में आईआईपी की दर 4.8 प्रतिशत और अप्रैल से अगस्त 2018 की अवधि में आईआईपी की दर 5.3 प्रतिशत रही थी। अगस्त 2019 के दौरान आईआईपी में शामिल 23 उद्योग समूहों में से 15 में नकारात्मक रुख रहा है। आंकड़ों के अनुसार आलोच्य अवधि में खनन के उत्पादन में 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि विनिर्माण में 1.2 प्रतिशत और बिजली में 0.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है।
चालू वित्त वर्ष के अगस्त तक खनन के उत्पादन में 2.8 प्रतिशत, विनिर्माण में 2.1 प्रतिशत और बिजली में 5.0 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मोटर वाहन, ट्रेलर और सेमी ट्रेलर के उत्पादन में सर्वाधिक 23.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है। इसके बाद मशीनरी एवं उपकरण उत्पादन में 21.7 प्रतिशत और अन्य विनिर्माण में 18 प्रतिशत की कमी हुई है। दूसरी ओर आधार धातु के उत्पादन में सर्वाधिक 11.8 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गयी है। दूसरे स्थान पर 11.3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ काष्ठ एवं काष्ठ उत्पाद का उत्पादन रहा है। परिधान के उत्पादन में 10.3 प्रतिशत की तेजी आयी है।